नई दिल्ली: शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर सुबह तड़के दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा. यहां से पटना के लिए भेजा गया. शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन ने बताया कि पटना में अंतिम दर्शन के लिए शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर को रखा जाएगा. उनका अंतिम संस्कार आज नहीं कल गुरुवार को होगा.
शारदा सिन्हा ने मंगलवार को दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली. 72 साल की शारदा सिन्हा की तबीयत पिछले महीने ही बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था. 4 नवंबर सोमवार को शाम में शारदा सिन्हा की तबीयत अचानक फिर बिगड़ गयी, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ गया था. उनके बेटे अंशुमन लगातार हेल्थ अपडेट दे रहे थे. सोशल मीडिया पर आकर उन्होंने जानकारी दी थी कि इंफेक्शन की वजह से मां की तबीयत अधिक बिगड़ गई और वेंटिलेटर पर उन्हें देना पड़ा. उनकी आंखें बंद हैं और अचेत अवस्था में हैं. सोमवार की सुबह जब उनके पुत्र अंशुमन ने अपनी मां से कुछ बात करने की कोशिश की तो शारदा सिन्हा की आंखों की पुतली में बेहद हल्की सी हरकत महसूस की गई थी. मंगलवार रात उनका निधन हो गया.
जानिए, किसने क्या कहा
सुप्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा के निधन पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने दुख जताया है.
'लोकसंगीत ने एक अनमोल रत्न खो दिया'
अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से लोकसंगीत ने एक अनमोल रत्न खो दिया है. उनकी मधुर आवाज़ हमेशा हम सबके बीच अमर रहेगी. उनकी पुण्यात्मा को छठी मइया अपने चरणों में स्थान दें और परिवार एवं उनके सभी चाहने वालों को इस कठिन समय में हिम्मत दें. जिनके गीतों के बिना महापर्व छठ अधूरा है, लोकप्रिय गायिका, बिहार कोकिला, स्वर सम्राज्ञी, पद्म भूषण से सम्मानित आदरणीय शारदा सिन्हा जी का असामयिक देहान्त बहुत ही दुखद है.छठी मैया शारदा जी को अपने चरणों में स्थान दे. ॐ शांति.
आतिशी ने एक्स हैंडल से पोस्ट कर लिखा प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा जी के निधन की खबर बहुत दुखद है. उन्होंने अपने संगीत से हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम किया. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें.
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने लिखा कि लोक आस्था और प्रकृति पूजा के महापर्व छठ की संगीतमय वाणी श्रीमती शारदा सिन्हा आज छठी मैया में विलीन हो गईं. मेरी श्रद्धांजलि!