नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच पुलिस ने मोबाइल टावरों से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 7 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के चोरी किए गए उपकरण बरामद किए हैं. गिरफ्तार आरोपियों में एक आरोपी युवक बीए की पढ़ाई छोड़ मोबाइल टावर के कीमती उपकरण चुराने लगे.
अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश: पुलिस के अनुसार, यह गिरोह पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली-NCR और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में मोबाइल टावरों से रेडियो रिसीवर यूनिट, बैटरी और अन्य कीमती उपकरण चुराता था. गिरफ्तार मुख्य आरोपी शाहरुख मलिक ने पूछताछ में बताया कि उसने BA द्वितीय वर्ष में पढ़ाई छोड़कर बिरयानी की दुकान चलानी शुरू की. लेकिन ज्यादा पैसा कमाने के लालच में, वह अपने पिता और भाई नईम के साथ कबाड़ के कारोबार में लग गया. बाद में नईम, जावेद मीरापुरिया के संपर्क में आया, जो मोबाइल टावर से चोरी किए गए उपकरण खरीदने और बेचने का काम करता था.
मोबाइल टावरों से उपकरणों की चोरी: करीब आठ महीने पहले नईम को गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उस पर 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित था. नईम के जेल जाने के बाद शाहरुख ने गिरोह का काम संभाल लिया और अपने चचेरे भाई फहीम के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम देने लगा. पुलिस का कहना है कि इस गिरोह की गिरफ्तारी से दिल्ली-NCR में मोबाइल टावरों से उपकरण चोरी की घटनाओं पर लगाम लगने की उम्मीद है. ADCP क्राइम सच्चिदानंद ने बताया, "यह गिरोह बड़े पैमाने पर सक्रिय था. इनकी गिरफ्तारी से चोरी की घटनाओं में कमी आएगी."
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