दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल को बताया 'फ्लॉप शो', कहा- पोल खोल अभियान की करेंगे शुरुआत - DELHI BJP POL KHOL ABHIYAN

-नेता प्रतिपक्ष ने दिल्ली सरकार पर साधा निशाना. -28 नवंबर को भाजपा नेता करेंगे धरना प्रदर्शन.

29 राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालयों को बंद करने का आदेश दुर्भाग्य पूर्ण-गुप्ता
29 राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालयों को बंद करने का आदेश दुर्भाग्य पूर्ण-गुप्ता (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 25, 2024, 9:49 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के विश्वस्तरीय 'शिक्षा मॉडल' को फ्लॉप शो बताते हुए दिल्ली की आप सरकार पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि शिक्षा में क्रांति के नाम पर यह सरकार स्कूलों की बिल्डिंग बनवाती है, निर्माण में भ्रष्टाचार कर पैसे की लूटमार करती है और बाद में इन बिल्डिंग को लावारिस छोड़ देती है. उन्होंने कहा कि आप सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए दिल्ली भाजपा नेता 28 नवंबर को भाजपा द्वारा दरियापुर कला गांव के स्कूल के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आम आदमी पार्टी का पैसे कमाने का नया तरीका है कंस्ट्रक्शन. शिक्षा नीति के माध्यम से वह बड़ी-बड़ी योजनाएं बनाती है और बजट में करोड़ों अरबों रुपयों का प्रावधान करती है. इतना ही स्कूलों की बहुमंजिला इमारतें बनवाती है, लेकिन पैसे की बंदरबाट कर चुपचाप प्रोजेक्ट से अपने हाथ खींच लेती है. इस दौरान भाजपा विधायक जितेंद्र महाजन, अनिल वाजपेई और प्रवक्ता शुभेंदु शेखर भी उपस्थित रहे.

विद्यालयों को बंद करने का आदेश दुर्भाग्यपूर्ण:विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि हर जिले में स्थापित 29 राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालयों को बंद करने का आदेश दुर्भाग्यपूर्ण है. विद्यालयों में छठी से लेकर दसवीं तक की कक्षाओं को पहले ही बंद किया जा चुका है. 11वीं कक्षा इसी 24-25 शैक्षणिक वर्ष में और 12वीं कक्षा 2025 में बंद कर दी जाएगी. दिल्ली सरकार के इस कदम से स्कूलों में मेरिट के आधार पर भर्ती किए गए हजारों मेधावियों का भविष्य चौपट कर दिया है.

शिक्षा क्रांति के नाम पर करोड़ों रुपए की बर्बादी:नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आप सरकार बजट में शिक्षा क्रांति के नाम पर स्कूल बनाने के लिए करोड़ों रुपए का प्रावधान करती है, लेकिन बिना किसी योजना के बनाए गए इन स्कूलों की इमारत का कोई प्रयोग नहीं हो पाता और इस तरह से हजारों करोड़ों रुपए की बर्बादी हो जाती है. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे फिसड्डी साबित हो रहे हैं. दरियापुर कलां गांव में दिल्ली सरकार ने 45 करोड़ की लागत से स्कूल की इमारत बनवाई, जिसमें डेढ़ साल बाद भी कोई बच्चा एडमीशन लेने नहीं आया और न ही कोई स्टाफ रखा गया. अब यह स्कूल बंद पड़ा है और स्कूल की बिल्डिंग वीरान पड़ी है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details