नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा जोरों पर हैं. हर तरफ चुनाव पर बहस हो रही है. राजनीतिक पार्टी जनता को रिझाने के वादे कर रहे हैं. राजधानी में राजनीतिक चर्चा के लिए एक अहम जगह कनॉट प्लेस में मौजूद कॉफी होम है. यहां राजनीतिक मुद्दों पर खूब चर्चा हो रही है. 'ETV भारत' ने कॉफी होम में बैठे कुछ वरिष्ठ नागरिकों से विधानसभा चुनाव को लेकर विस्तार से चर्चा की. आइए जानते हैं उन्होंने क्या बताया?
संजीवनी योजना को देशभर में लागू करना चाहिए:सोनल चड्ढा ने बताया कि उनको 'AAP' द्वारा बुजुर्गों को संजीवनी योजना का वादा काफी अच्छा है, इसमें उन्होंने कहा है 60 साल से ऊपर के सभी लोगों का ईलाज मुफ्त होगा. लेकिन इस पर कितना अमल होता है, यह चुनाव के बाद पता चलेगा. केंद्र में बैठी मोदी सरकार को इस योजना को देशभर में लागू करना चाहिए. वर्तमान में भारत में एजुकेशन और हेल्थ व्यवस्था पूरी तरह से मुफ्त होनी चाहिए. अगर आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की बात करें तो जो केजरीवाल अन्ना आंदोलन के समय जनता के सामने आए थे, अब उसका रूप पूरी तरीके से बदल चुका है. सोनल ने आगे बताया कि वही अरविंद केजरीवाल, औरतों के सम्मान की बात करते हैं, अगर यह सत्य हैं तो आप सांसद स्वाति मालीवाल को क्यों पिटवाया? साथ ही दिल्ली की मुख्यमंत्री भी एक महिला हैं, अगर केजरीवाल महिलाओं का सम्मान करते हैं तो आतिशी को ही आगामी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दें.
दिल्ली के बुजुर्गों की विभिन्न प्रतिक्रिया (ETV Bharat)
वोट हासिल करने बड़े-बड़े वादे किए जाते: 76 वर्ष के राजीव भाटिया का मनाना है कि हर बार चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां जनता के वोट खींचने के लिए बड़े-बड़े वादे करती हैं. वहीं इस बार आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा किए जा रहे सभी वादे दिखावा है. बीजेपी के वादों में कितनी सच्चाई है, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता. वहीं दिल्ली में अब कांग्रेस का नाम ही नहीं है.
चुनाव पर दिल्ली के बुजुर्गों की विभिन्न प्रतिक्रिया (ETV Bharat)
केंद्र द्वारा बुजुर्गों की सुविधाओं को किया गया खत्म: मनप्रीत सिंह ने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले जो भी वादे किए जा रहे हैं, इसकी सच्चाई चुनाव के बाद ही सामने आएगी. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की जनता को कई फ्री सेवाएं दी. उनके पास इतना पैसा कहां से आया? वहीं केंद्र में बैठी मोदी सरकार देश की 80 करोड़ जनता को मुफ्त राशन बांट रही हैं, इससे साफ होता है कि आज भी भारत में 80 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं, तभी सरकार उनकी मदद कर रही है. केंद्र में बैठी बीजेपी की सरकार ने बुजुर्गों को मिलने वाली आधी से ज्यादा सुविधाओं को बंद कर दिया. चाहे वह रेलवे में आरक्षण की बात हो, या एयरवेज में, सभी में कटौती की गई है. इस बार भी सभी पार्टियां झूठे वादे कर रही हैं.
कनॉट प्लेस में मौजूद कॉफी होम में बुजुर्ग (ETV Bharat)
सभी पार्टियां जनता को लालच दे रही हैं:विजय गौतम ने बताया कि इस बार के विधानसभा चुनाव को देखकर ऐसा लग रहा है कि सभी पार्टियां दिल्ली की जनता को लालच दे रही है. आखिर इसकी नौबत क्यों आई? कोई भी पार्टी लोगों के रोजगार पर बात नहीं कर रही हैं. कोई पैसे देने का वादा कर रहा है तो कोई अभी से ही बांट रहा है, लेकिन कोई भी पार्टी मजदूरों की सैलरी बढ़ाने की बात नहीं कर रही है. किसी भी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में निजीकरण को खत्म करने की बात नहीं की है. इस बार सीनियर सिटीजन को दिए जाने वाले सभी वादे झूठे हैं. 2014 से दिल्ली में कुछ कॉलोनियों में रहने वाले बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिली है. इसके बाद भी इस बार फिर बड़े-बड़े चुनावी वादे किए जा रहे हैं.
बता दें कि दिल्ली में कुल 70 विधानसभा क्षेत्र हैं. निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव की वोटिंग होगी, और 8 फरवरी को काउंटिंग होगी. चुनाव की घोषणा से पहले ही दिल्ली में सियासी सरगर्मी तेज हैं. इसी बीच राजनितिक पार्टियों का अरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है. भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच यह सिलसिला लगातार जारी है.