देहरादून:उत्तराखंड वन विभाग फॉरेस्ट फायर सीजन के लिए दो बातों पर विशेष फोकस कर रहा है. इसमें हाईटेक उपकरणों की खरीद और कर्मचारियों की कमी को दूर करना शामिल है. दरअसल वन विभाग ने इस बार ना केवल उपकरणों को डिविजन स्तर पर उपलब्ध कराने के प्रयास किए हैं, बल्कि पिछले सालों तक कर्मियों की कमी जैसे मामलों को भी काफी हद तक दूर किया है.
उत्तराखंड वन विभाग में 15 फरवरी से शुरू हुए फॉरेस्ट फायर सीजन के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. महकमे ने कई बिंदुओं पर चिंतन किया है. जिसके तहत वन विभाग में फील्ड स्टाफ के कर्मचारियों की कमी को दूर करना है, वहीं दूसरा फील्ड में कर्मचारियों को हाई तकनीक वाले उपकरणों को उपलब्ध कराना है.
वन विभाग में इस बार उपकरणों की होगी पर्याप्त उपलब्धता:उत्तराखंड वन विभाग के पास इस बार हाई तकनीक वाले उपकरण मौजूद हैं. दरअसल वर्ल्ड बैंक पोषित योजना के अंतर्गत यूप्रिपेयर के माध्यम से पर्सनल प्रोटेक्टिव गियर खरीदे जा रहे हैं. इसमें फायर प्रॉक्सिमिटी सूट, जूते, हेलमेट, ग्लव्स, वॉटर बॉटल, हेडलाइट, फर्स्ट एड किट और GPS शामिल है. योजना के तहत कुल 27151 पर्सनल प्रोटेक्टिव गियर खरीदने का काम चल रहा है.
हाईटेक उपकरण खरीदेगा वन विभाग:इसके अलावा वर्ल्ड बैंक की ही योजना से मिनी फायर टेंडर, वायरलेस टावर, रिपीटर सेट, लीफ ब्लोअर, बैकपैक वॉटर मिस्ट, फायर टूल किट, ऑक्सीजन सिलेंडर की इंटीग्रेटेड फेस मास्क आदि खरीदा जाना प्रस्तावित है. कैंपा योजना के अंतर्गत प्रभाग स्तर पर 600 प्रोटेक्टिव फायर किट और फॉरेस्ट प्रीवेंशन एंड मैनेजमेंट स्कीम के अंतर्गत 283 खरीद किए गए हैं.