मंडी:आईआईटी मंडी के 16वें स्थापना दिवस समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश के रक्षा क्षेत्र में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक के इस्तेमाल के जरिए नए अनुसंधान और विकास की आवश्यकता जताई. उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से अपील करते हुए कहा इस तकनीक के माध्यम से रक्षा क्षेत्र को और अधिक सक्षम बनाने की दिशा में काम करें.
राजनाथ सिंह ने कहा, "आईआईटी मंडी और डीआरडीओ पहले से ही रक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, लेकिन हमें यहां से और अधिक उम्मीदें हैं. हमें एआई तकनीक का उपयोग करके नई संभावनाओं की खोज करनी चाहिए ताकि हमारी रक्षा प्रणाली को और भी मजबूत किया जा सके".
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का जिक्र
रक्षा मंत्री ने कहा "पहले भारत को अपनी रक्षा सामग्री के 70 प्रतिशत हिस्से को विदेशों से खरीदना पड़ता था, लेकिन अब यह संख्या उलट चुकी है और 70 प्रतिशत सामग्री देश में ही तैयार हो रही है. भारत ने अब रक्षा सामग्री के निर्यात की भी शुरुआत कर दी है, और 2023-24 में 23,000 करोड़ रुपये का निर्यात किया गया था. आगामी 2029 तक इसे बढ़ाकर 50,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है"
भारत की आर्थिक शक्ति का उल्लेख