नई दिल्ली:दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज ओल्ड राजेंद्र नगर में दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की पहली 24x7 लाइब्रेरी "आरंभ" का उद्घाटन किया. इस अवसर पर बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज भी उपस्थित रहीं. यह लाइब्रेरी छात्रों के लिए एक सुरक्षित, सुलभ और समग्र अध्ययन स्थल प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई है. लाइब्रेरी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें वाई-फाई, एयर कंडीशनिंग, हर सीट पर पावर आउटलेट, लॉकर, कैफेटेरिया आदि शामिल है.
छात्रों की मांग का परिणाम:यह लाइब्रेरी यूपीएससी छात्रों से लिए महत्वपूर्ण है. कुछ महीने पहले ओल्ड राजेंद्र नगर में तीन छात्रों की दुखद मौत ने पूरे शहर को झकझोर दिया था. ये तीनों छात्र एक बेसमेंट में चलने वाले निजी लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे थे, जहां पानी भरने से उनकी डूबकर मौत हो गई थी. इस घटना के बाद छात्रों ने महंगे और असुरक्षित रीडिंग रूम्स के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. उपराज्यपाल ने कहा, "यह लाइब्रेरी उस वादे को पूरा करती है जो मैंने उन छात्रों से किया था. आरंभ लाइब्रेरी न केवल छात्रों के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें किफायती दरों पर पढ़ाई की सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगी."
200 छात्रों की क्षमता, अधिक लाइब्रेरियों की योजना:लाइब्रेरी में फिलहाल 200 छात्रों के लिए 8-घंटे के स्लॉट में बैठने की व्यवस्था है. उद्घाटन के दौरान यह बताया गया कि लाइब्रेरी की 85 प्रतिशत सीटें पहले ही बुक हो चुकी है. छात्रों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह अन्य महंगे और असुरक्षित व्यावसायिक रीडिंग रूम्स की तुलना में एक बेहतर और किफायती विकल्प है. उपराज्यपाल ने घोषणा की कि दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में भी ऐसी लाइब्रेरियां स्थापित की जाएंगी. उन्होंने कहा, "हम जल्द ही अधचिनी, विकासपुरी, द्वारका और रोहिणी जैसे इलाकों में भी 'आरंभ' लाइब्रेरी की तर्ज पर अध्ययन केंद्र खोलेंगे."
छात्रों के लिए बड़ा कदम:उपराज्यपाल ने छात्रों से बातचीत की और उनकी जरूरतों को समझने का प्रयास किया. छात्रों ने कहा कि "आरंभ" लाइब्रेरी उन्हें न केवल किफायती दरों पर पढ़ाई की सुविधा प्रदान करती है, बल्कि एक सुरक्षित और आरामदायक माहौल भी देती है. ओल्ड राजेंद्र नगर में "आरंभ" लाइब्रेरी का उद्घाटन छात्रों के लिए एक बड़ी राहत है. यह क्षेत्र सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों का प्रमुख केंद्र है. यहां चलने वाले महंगे और असुरक्षित बेसमेंट रीडिंग रूम्स लंबे समय से एक बड़ी समस्या थी. तीन छात्रों की मौत ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया था. उपराज्यपाल की यह पहल छात्रों के लिए सुरक्षित और शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा भी तय करती है.