जींद: दिल्ली-भठिंडा रेलवे लाइन पर बन रहे भिवानी रोड अंडरपास की मिट्टी धंसने से स्थानीय लोग परेशान हैं. इसी बीच सोमवार को डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने स्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान डीसी ने डीजीएम और ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाया. उन्होंने ठेकदार को मध्य रात्रि तक कार्य पूरा करने और कार्यपालक अभियंता को रात को भी निर्माण स्थल कैंप कर काम कराने के आदेश दिए. डीसी ने ठेकेदार को चेताया कि लापरवाही के पुलिस कार्रवाई की जायेगी.
दोषी विभागीय अधिकारियों पर होगी कार्रवाई:इस दौरान डीसी ने कहा कि एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया है, जो मिट्टी धंसने और निर्माण कार्य के दौरान कार्यों में लापरवाही की जांच करेगी. डीसी ने माना कि कुछ तो दिक्कत हुई है, उसकी जांच की जाएगी. अगर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही रही है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
तीन दिन पहले धंसी थी मिट्टी: जेडी सात पर चल रहे अंडरपास निर्माण के दौरान मिट्टी खिसक गई. जिसके चलते जेडी सात के दोनों और मकानों पर खतरा मंडरा रहा है. कुछ मकान तो ऐसे हैं, जिनके दरवाजे के आगे 40 फूट गहरी खाई खोदी गई है. मकानों को खतरा होने के साथ उनमें रहने वाले लोग और उनके पशु अंदर कैद हो गए हैं. घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी मकानों को गिरने से बचाने के लिए कदम कछुए की चाल से चली जा रही है. जब कि यह कार्य छह से सात घंटे में होना चाहिए था. काम तीन दिन बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हुआ है.
बारिश हुई तो मंजर होगा खतरनाक:अंडरपास निर्माण स्थल के पास दोनों तरफ 50 से अधिक घर हैं. कुछ मकान तो बिल्कुल मुहाने पर हैं. जिनके नीचे चालीस फीट गहरी खाई है. जबकि कुछ मकानों के तीन से चार फीट की दूरी पर गहरी खाई खोदी गई है. मिट्टी रेतीली है. जब दिल्ली-भठिंडा रेलवे लाइन से रेलगाड़ी गुजरती है तो मिट्टी भुरभूराने लगती है, जिसके साथ उनमें रहने वाले लोगों की धड़कनें ऊपर-नीचे होने लगती है. अगर बारिश होती है तो उसके बाद का परिणाम खतरनाक होगा. मिट्टी को रोकने के लिए जो कदम उठाए गए थे, वे धाराशाही हो चुके हैं.
लोगो का आरोप ड्राइंग और डिजाइन में है खामी:
अंडरपास निर्माण स्थल के पास रहने वाले लोगों ने डीसी को बताया कि अंडरपास के डिजाइन में दिक्कत है. अंडरपास की ब्लॉक साइज चार मीटर होना चाहिए. जबकि विभाग इसे पौने छह मीटर बन रहा है. इस कारण खुदाई चालीस फीट तक की जा रही है. इसे चार मीटर रखकर खुदाई होती ये समस्या पैदा नहीं होती. डीसी ने स्थानीय लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि वे इसका मसौदा तैयार कर ऊपर भेजेंगे. जो भी होगा लोगों की भावनाओं के अनुरूप होगा.