दमोह।लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी द्वारा शनिवार सुबह X पर की गई पोस्ट के बाद प्रशासनिक अमले में हलचल बढ़ गई. दमोह से लेकर भोपाल और दिल्ली तक राजनीतिक पारा चढ़ गया. दरअसल, आईटीसी संस्था द्वारा संचालित एनजीओ द्वारा युवाओं को वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग के बाद प्लेसमेंट दिया जाता है. इसका टाइपअप सीआईसीएम प्रमुख अजय लाल के एनजीओ से है. जितने भी प्लेसमेंट होते हैं, वह इसी एजेंसी के माध्यम से होते हैं. ताजा मामला यह है कि लीगल राइट ऑब्जर्वेटरी ने X पर पोस्ट की. जिसमें कहा गया कि धर्मांतरण और मानव तस्करी जैसे गंभीर आरोप झेल रहे अजय लाल और मैक्सन मैसी द्वारा संचालित NGO 'सुनहरा कल" से 22 लड़कियां गायब हो गईं.
मामला धर्मांतरण का नहीं, रोजगार का है
ट्वीट में लड़कियों से उनके मोबाइल छीनने की बात भी कही गई. ट्वीट के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया. पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने पूरी जानकारी तलब की. प्राथमिक तौर पर पड़ताल कराई. इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने बताया "यह मामला मानव तस्करी और धर्मांतरण का नहीं बल्कि रोजगार से संबंधित है." उन्होंने मीडिया को बताया "लड़के-लड़कियों की संख्या 22 नहीं बल्कि 19 है. जिसमें 16 लड़कियां और तीन लड़के शामिल हैं. इन सभी लड़कियों में से 16 बच्चे अपनी घरों में आ शहर आ चुके हैं. उनके माता-पिता से भी बात हो गई है. सिर्फ तीन बच्चे ही है जो घर पर नहीं पहुंचे हैं, उनमें से भी दो बच्चे दिल्ली में रहकर ही नौकरी कर रहे हैं. केवल एक लड़की गायब है. उसकी प्राथमिक रिपोर्ट दिल्ली के अशोक नगर पुलिस थाने में दर्ज है."
ALSO READ: |