लखनऊ: समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव में मिली अच्छी सफलता और बसपा से दलित वोटरों के खिसकने के बाद दलितों को सपा के साथ जोड़ने के लिए पार्टी कई तरह के अभियान चलाएगी. अखिलेश के पीडीए के अंतर्गत दलितों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा. दलित समाज में आने वाली पासी बिरादरी पर अखिलेश की नजर है. संगठन में भी ज्यादा तवज्जो दी जाएगी. अखिलेश ने संसद में अयोध्या से जीते दलित समाज से आने वाले अवधेश प्रसाद को फ्रंट फुट पर रखकर इसके संकेत दे दिए हैं.
दरअसल, समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव में पीडीएफ फार्मूले से काफी सफलता मिली. बहुजन समाज पार्टी से जुड़ा दलित समाजवादी पार्टी की तरफ जरूर आ गया लेकिन अब इस दलितट बैंक को अपने साथ बनाए रखने में पार्टी काफी संजीदा नजर आ रही है.
अखिलेश यादव को इस दलित वोट बैंक को अपने साथ बरकरार रखने में किसी बड़ी चुनौती का भी सामना करना पड़ेगा. भारतीय जनता पार्टी भी दलित वोट बैंक को लेकर काफी सक्रिय हो चुकी है और तमाम स्तर पर अभियान चलाए जाने की बात कही गई है. समाजवादी पार्टी दलित वोट बैंक खासकर पासी बिरादरी को अपने साथ बनाए रखने के लिए बड़े काम करने वाली है.
समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अखिलेश यादव पार्टी के राष्ट्रीय संगठन से लेकर प्रदेश संगठन और समाजवादी पार्टी के अन्य फ्रंटल संगठनों में दलित समाज के अंतर्गत पासी बिरादरी से आने वाले नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने वाले हैं. इसको लेकर उन्होंने अवधेश प्रसाद के साथ-साथ सपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श भी किया है.
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव से भी अखिलेश यादव ने इसको लेकर बातचीत की है. तमाम जिलों में वरिष्ठ दलित समाज के नेताओं से बातचीत करके अच्छे नए युवा कार्यकर्ताओं और नेताओं को जिम्मेदारी दिए जाने के संकेत दिए हैं.