नूंह:हरियाणा के नूंह में किसान बेल वाली सब्जियों की फसल की तरफ तेजी से अपना रुझान बढ़ रहा है. बीते साल 2023 में तकरीबन 14500 एकड़ भूमि में बेल वाली खासकर टमाटर की सब्जी किसानों के द्वारा लगाई गई थी. इस बार भी किसान बेल वाली सब्जियां को इस समय लगाने में जी जान से जुटा हुआ है. इसमें न केवल उत्पादन दोगुना होता है बल्कि पैदावार भी दोगुना होती है. जिससे किसानों की आमदनी पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है. मार्केट में भी घीया, टमाटर, तोरई, करेला इत्यादि जो सब्जी है. उसका रंग एक जैसा होता है. यही कारण है कि ग्राहक उसको आसानी से खरीद लेता है.
सरकार दे रही किसानों को अनुदान राशि: जिला बागवानी अधिकारी डॉ. दीन मोहम्मद ने पत्रकारों को बताया कि जिला बागवानी विभाग के तरफ से 15000 प्रति एकड़ अनुदान राशि दी जाती है. उन्होंने बताया कि मैं सभी किसान भाइयों से कहना चाहता हूं. जितने भी बेल वाली सब्जियां हैं. उसको बांस की स्केटिंग के ऊपर लगाएं. बांस की स्केटिंग के ऊपर 31250 सरकार अनुदान राशि देती है.
सब्सिडी भी अलग से दी जाती है: साथ ही साथ हाइब्रिड वेजिटेबल की 15000 सब्सिडी अलग से दी जाती है. अगर कोई बंबू स्केटिंग पर खेती करता है, तो 46250 प्रति एकड़ की सब्सिडी बागवानी विभाग द्वारा दी जाती है. इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसका जो बेल वाली सब्जी है. जब जमीन पर चलती है, तो बहुत सारा फल दिखाई नहीं देता. खराब होने का भी खतरा रहता है. अगर बंबू स्केटिंग के ऊपर फल लगता है, तो रंग भी एक जैसा आता है और पूरा फल भी दिखाई देता है.