दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

CUET UG के एग्जाम में बड़ा बदलाव, अब छात्र चुन सकेंगे मन के सब्जेक्ट्स, इस बात का रखना होगा ध्यान

-CUET UG के एग्जाम में विषय की बाध्यता खत्म -12वीं में क्या सब्जेक्ट पढ़ा अब ये जरूरी नहीं -सबजेक्ट चुनते वक्त छात्र रखें ख्याल-प्राध्यापक

CUET UG के एग्जाम में बड़ा बदलाव
CUET UG के एग्जाम में बड़ा बदलाव (SOURCE: ETV BHARAT)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : 5 hours ago

Updated : 12 minutes ago

नई दिल्ली: विद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने साल 2025 में देश भर के विश्वविद्यालयों में स्नातक दाखिले के लिए होने वाली कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है. यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने जानकारी दी कि कि अगले साल होने वाली सीयूईटी यूजी की परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों को इस बात का ध्यान रखने की जरूरत नहीं होगी कि उन्होंने 12वीं में कौन सा विषय पढ़ा था. इस बार सीयूईटी की परीक्षा पूरी तरह से कंप्यूटर बेस्ड होगी. साथ ही इस बार परीक्षा 37 विषयों की जगह 63 विषयों में आयोजित की जाएगी.

बता दें कि साल 2022 से अब तक तीन बार सीयूईटी परीक्षा का आयोजन किया गया है. लेकिन, हर बार किसी न किसी समस्या को लेकर छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था. साथ ही उनकी परेशानी का प्रमुख कारण विषयों के चुनाव को लेकर भी होता था. लेकिन, अब अगले साल से यूजीसी ने छात्रों को इस बंधन से मुक्त कर दिया है. अब ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर यूजीसी के इस बदलाव से छात्र छात्राओं को किस तरह फायदा होगा.

प्रोफेसर अजय कुमार अरोड़ा, से खास बातचीत, प्राचार्य, रामजस कॉलेज (SOURCE: ETV BHARAT)

छात्र छात्राओं को फायदा: प्रोफेसर अरोड़ा

यूजीसी के सीयूईटी में किए गए बदलाव से छात्र छात्राओं को होने वाले फायदे को लेकर ईटीवी संवादाता राहुल चौहान ने डीयू के रामजस कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अजय कुमार अरोड़ा से बातचीत की. अजय कुमार अरोड़ा ने कहा कि यूजीसी का यह निर्णय स्वागतयोग्य है. इस निर्णय से छात्र छात्राओं को बड़ा फायदा होगा. उनके लिए 12वीं में पढ़े गए विषयों के अलावा अन्य बिना पढ़े हुए विषयों से संबंधित कोर्सेज में भी दाखिला लेने के विकल्प उपलब्ध हो गए हैं. इससे उन छात्र छात्राओं के पास भी अब अपने लिए अलग कोर्स चुनने का मौका होगा जिन्होंने अभिभावक के कहने पर या अन्य साथी छात्र छात्राओं को देखकर अपनी रुचि के विषय को छोड़कर दूसरे विषय से 12वीं कर ली थी. लेकिन, अब उनका मन 12वी में पढ़े गए विषय से संबंधित कोर्स में स्नातक करने का नहीं है तो वह अब अपने विषय को बदलकर अन्य पसंदीदा विषय से संबंधित कोर्स में दाखिला ले सकेंगे.

विषय का चुनाव सोच-समझकर करें छात्र-प्रोफेसर अजय अरोड़ा

प्रोफेसर अजय कुमार अरोड़ा ने बताया कि यूजीसी ने सीयूईटी यूजी की परीक्षा देने के लिए 12वीं में पढ़े गए विषयों में छूट दे दी है. लेकिन, इस बात का ध्यान रखना भी आवश्यक होगा कि अधिक विषयों के अधिक विकल्प होने पर छात्र-छात्राएं गलती से कोई ऐसा विषय ना चुन लें, जिनको आगे पढ़ने में उन्हें दिक्कत हो. इसलिए विषय का चुनाव बहुत सोच समझकर ही करें.

12वीं में पढ़ें सभी विषयों में पास होना जरूरी

इसके साथ ही सीयूईटी यूजी के माध्यम से स्नातक में दाखिला लेने के लिए छात्र का 12वीं में पढ़े गए सभी विषयों में पास होना जरूरी है. अगर वह जिस विषय में सीयूईटी यूजी देकर के स्नातक में दाखिला लेना चाहता है और 12वीं कक्षा में वह उस विषय में फेल है तो फिर उसके लिए सीयूईटी यूजी में शामिल होने के बाद भी दाखिला लेना मुश्किल होगा. प्रोफेसर अरोड़ा ने बताया कि सीयूईटी में अभी तक 12वी में पढ़े गए तीन प्रमुख विषय और एक लैंग्वेज का पेपर देने का नियम था तो यह व्यवस्था लागू रहेगी. लेकिन, सीयूईटी यूजी में छात्र 12वीं के विषय को छोड़कर भी तीन अन्य विषय और एक लैंग्वेज का पेपर दे सकेंगे. Body:बता दें कि पिछले साल अकेले 19 लाख से अधिक छात्र छात्राएं सीयूईटी यूजी के लिए उपस्थित हुए थे. इस साल भी चार लाख 60 हजार से अधिक छात्र छात्राओं ने सीयूईटी यूजी को चुना था, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या थी.

ये भी पढ़ें-डीयू के 12 कॉलेजों में स्थायी शिक्षकों के 618 पद खाली, दो साल से लंबित है भर्ती प्रक्रिया

ये भी पढ़ें-DU स्ट्रैटेजिक प्लान पर लगी मुहर, इन कॉलेजों में शुरू होंगे जापानी, कोरियाई और चीनी लैंग्वेज कोर्स

Last Updated : 12 minutes ago

ABOUT THE AUTHOR

...view details