जींद:जम्मू के कठुआ में देश के लिए शहीद होने वाले सीआरपीएफ जवान सतीश कुमार की बेटी की आज डोली उठी. पिता की कमी नहीं खले, इसके लिए सीआरपीएफ के जवानों ने छातर में पहुंच कर हर रस्म निभाई. सतीश कुमार मार्च 2015 में शहीद हो गए थे.
जवानों ने किया कन्यादान : उचाना के छातर गांव में शनिवार को शहीद सतीश कुमार की बेटी की शादी हुई. इस बीच जब सीआरपीएफ के जवानों को इस शादी का पहले ही पता चला तो जवानों ने गांव में पहुंचकर निशा के पिता का हर फर्ज निभाया. उन्होंने बारात का स्वागत किया और दुल्हन को मंडप तक लेकर गए और इसके बाद कन्यादान भी किया. ग्रुप सेंटर सोनीपत से डीआईजी कोमल सिंह, असिस्टेंट कमांडेट कृष्ण कुमार व अन्य जवान जैसे ही गांव में पहुंचे तो मानों शादी की फिजां ही बदल गई.
पिता की फोटो के साथ खिंचवाई तस्वीरें : सीआरपीएफ की टुकड़ी के साथ गांव वालों ने भी बेटी को आशीर्वाद देकर विदा किया और उसके मंगल भविष्य की कामना की. सीआरपीएफ जवानों के साथ इस शादी की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. समारोह के दौरान दुल्हन निशा और उसके होने वाले पति ने भी सीआरपीएफ जवानों के साथ और अपने पिता की फोटो को हाथ में लेकर तस्वीरें खिंचवाई.
"निशा सीआरपीएफ परिवार का हिस्सा" : डीआईजी कोमल सिंह ने पीटीआई से बात करते हुए बताया कि सतीश कुमार 20 मार्च 2015 को जम्मू के कठुआ में शहीद हो गए थे. निशा के साथ हमारा खून का रिश्ता नहीं, लेकिन वो हमारे सीआरपीएफ परिवार की बेटी है. हम लोग यहां उसका सम्मान बढ़ाने आए हैं.
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