धनबाद: जिले का बीसीसीएल अपराधियों और कोयला तस्करों के लिए अवैध कमाई का जरिया बन गया है. सुरक्षा में सीआईएसएफ की तैनाती होने के बावजूद बीसीसीएल से लोहा, कोयला लूटा जा रहा है. जबकि बीसीसीएल सीआईएसएफ को हर महीने करोड़ों रुपए वेतन के रूप में देता है. बीती रात 30-40 अपराधियों ने बीसीसीएल एरिया 04 अंगारपथरा ओपी अंतर्गत ऑटो वर्कशॉप पर हमला कर बीसीसीएल कर्मचारियों को बंधक बना लिया और लाखों की संपत्ति लूट ली. कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की गई, जिसमें पांच से छह कर्मचारी घायल हुए हैं. इनमें दो की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए धनबाद सेंट्रल अस्पताल भेजा गया है.
मजदूरों का कहना है कि अपराधी गेट नंबर 2 से वर्कशॉप में घुसे, इसके बाद उन्होंने हमें एक कमरे में बंधक बना लिया, जब कुछ कर्मचारियों ने विरोध किया तो उनके साथ भी मारपीट की गई. मारपीट में धीरेन महतो और शंकर मिस्त्री गंभीर रूप से घायल हो गए. वर्कशॉप से महज 50 मीटर की दूरी पर सीआईएसएफ का कैंप है, फिर भी अपराधियों का खौफ नहीं है, ऑटो वर्कशॉप में यह एक बार की घटना नहीं है, अपराधियों ने कई बार लूटपाट की है और मजदूरों के साथ मारपीट भी की है.
उन्होंने बताया कि बार-बार लूट और चोरी के बावजूद बीसीसीएल सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं हुई है. जिसका खामियाजा ड्यूटी पर तैनात मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है. अपराधी ड्यूटी पर तैनात मजदूरों को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर रहे हैं. लेकिन बीसीसीएल के अधिकारी नींद से भी नहीं जागे हैं. इस घटना के बाद भी अगर महाप्रबंधक नहीं जागे और वर्कशॉप में सीआईएसएफ की तैनाती नहीं की गई तो कभी भी बीसीसीएल मजदूरों की जान जा सकती है.