नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में पार्षद से विधायक बनने वाले निगम सदस्यों ने निगम की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. विधानसभा चुनाव में 11 निगम पार्षद विधायक बने हैं. इनमें से आठ भाजपा के और तीन आम आदमी पार्टी के पार्षद हैं. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी खुद शालीमार बाग वार्ड से पार्षद हैं और इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गई हैं. उन्होंने भी अपने वार्ड की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. नियमानुसार दिल्ली चुनाव आयोग को खाली हुए सभी वॉर्डों में छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना होगा.
छह महीने अंदर उपचुनाव: मिली जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग छह महीने के अंदर चुनाव करा पाता है या नहीं, इसे लेकर असमंजस की स्थिति है, क्योंकि निगम की सदस्यता से त्यागपत्र देकर सांसद बनीं कमलजीत सहरावत ने मई 2024 में अपनी सदस्यता छोड़ी थी, लेकिन उनके वॉर्ड में अभी तक उपचुनाव नहीं कराया गया है. इसलिए विधायक बनने के बाद जिन निगम पार्षदों ने निगम की सदस्यता छोड़ी है, उनके वार्डों में भी उपचुनाव को लेकर भी संशय बना हुआ है.
इन पार्षदों ने दिया इस्तीफा:निगम की सदस्यता छोड़ने वाले निगम पार्षदों में बीजेपी के आठ और आम आदमी पार्टी के तीन निगम पार्षद शामिल हैं. इसके अलावा निगम की सदस्यता छोड़ने वाले निगम पार्षदों में एक मनोनीत निगम पार्षद भी शामिल हैं. कुल मिलाकर मनोनीत निगम पार्षद को छोड़कर 12 वार्डों में उपचुनाव होने हैं. इस संबंध में निगम सचिव ऑफिस का कहना है कि इस संबंध में डीएमसी एक्ट में कुछ भी स्पष्ट नहीं है. उपचुनाव कब हो पाता है, इस बारे में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता.