फरीदाबाद: एंटी करप्शन ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के एक पुराने मामले में बड़ी कार्रवाई की है. टीम ने बिजली निगम के तीन तत्कालीन बड़े अधिकारी समेत 6 लोगों पर मामला दर्ज किया है. इस मामले में तत्कालीन बिजली मंत्री रणदीप सुरजेवाला का नाम भी सामने आया है. बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है.
मिलीभगत कर दिलवाए टेंडर : जानकारी के अनुसार, एसीबी ने दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम के रिटायर्ड एसके सचदेवा (फरीदाबाद), XEN बलवंत सिंह, हिसार के लेखाधिकारी कुलभूषण, मैसर्स संधू सिक्योरिटी सर्विसेज के मालिक अजय संधू, उनका पार्टनर ईश्वर सिंह और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. इन पर आरोप है कि मिलीभगत कर नियम पूरा किए बगैर ही कंपनी को टेंडर दिया गया था.
सुरजेवाला पर ये है आरोप : वहीं, रणदीप सुरजेवाला पर भी कथित तौर पर आरोप है कि मंत्री पद का दुरुपयोग करते हुए उन्होंने मैसर्स संधू सिक्योरिटी सर्विस को टेंडर दिलवाया, जबकि यह फर्म विभाग की शर्तों को पूरा नहीं करती.
टेंडर लेने वाली कंपनी के पास नहीं थे वैध दस्तावेज : बता दें एसीपी ने पंचकूला में 7 अप्रैल 2021 को ये मुकदमा दर्ज किया था. ऐसे में पंचकूला के DSP शरीफ सिंह और उसके बाद फिर DSP देवेंद्र ने भी जांच की थी, जिसमें उन्होंने पाया कि DHBVN गुरुग्राम द्वारा 2008 में फरीदाबाद जिले में नियमों का उल्लंघन करते हुए कंपनी को टेंडर दिया गया था. टेंडर लेने वाली कंपनी के पास वैध लाइसेंस और पूरे कागजात नहीं थे. इसके अलावा कंपनियों के पास अनुभव का भी कोई पत्र नहीं था. अब इस मामले में एक बार फिर ACB कार्रवाई में जुट गई है.
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