राजस्थान विधानसभा बजट सत्र 2024 (Rajasthan Assembly) जयपुर.कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार के साधु-संतों पर टिप्पणी के बाद गुरुवार को राजस्थान विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. अनुदान मांगों पर श्रवण कुमार के बोलने के दौरान हंगामा और तेज हो गया. इसी बीच भाजपा विधायक बाबा बालकनाथ ने भरी सदन में कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार को चेतावनी दे दी. उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस विधायक माफी नहीं मांगेंगे, उन्हें तब तक सदन में नहीं बोलने दिया जाएगा. इतना ही नहीं बालकनाथ ने आगे कहा कि आपने इस देश के सनातन धर्म को अपमानित किया है. अगर आप अपने बयान पर दिल से माफी नहीं मांगेंगे तो देश की सभी साधु संतों को आपके विधानसभा में एकत्रित करूंगा और आपके घर तक लेकर आऊंगा.
बालकनाथ ने कहा कि वो कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार को घर से बाहर नहीं निकलने देंगे. हालांकि, उनके इस बयान के बाद सदन में हंगामा और तेज हो गया. पक्ष-विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई. वहीं, बालकनाथ की चेतावनी पर कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने कहा कि वो दादागिरी बर्दाश्त नहीं करेंगे. हालांकि, विवाद बढ़ता देख आसन पर बैठे सभापति संदीप शर्मा ने विधानसभा को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया. उधर, 15 मिनट के बाद फिर शुरू हुई विधानसभा की कार्यवाही में हंगामा हो गया, जिसकी वजह से तीसरी बार सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी.
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यूं बरपा हंगामा :दरअसल, ध्यान आकर्षण प्रस्ताव के बाद जैसे ही अनुदान मांगों पर चर्चा के लिए सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने सदन का ध्यान आकर्षित करते हुए एक दिन पहले कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार की ओर से साधु-संतों पर की गई टिप्पणी पर माफी मांगने की बात कही. सत्ता पक्ष की ओर से की गई इस मांग पर विपक्ष ने इनकार कर दिया गया. कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने कहा कि सदन में इससे पहले भी कई बार कई ऐसे शब्द बोले गए हैं, जिनको लेकर आपत्ति हुई है.
अगर साधु-संतों पर की गई टिप्पणी अमर्यादित है तो विधानसभा अध्यक्ष उसे सदन के कार्यवाही से हटा सकते हैं. जहां तक माफी मांगने की बात है. यह कोई ऐसा बयान नहीं है, जिसको लेकर माफी मांगने के लिए बाध्य किया जाए. उसके बाद सदन में भाजपा विधायक बाबा बालकनाथ खड़े हुए और उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस के लिए भले ही सामान्य बात हो सकती है, लेकिन हम साधु-संतों के लिए नहीं. यह बयान सनातन धर्म का अपमान है. इस बयान से देशभर के साधु-संतों को अपमानित किया गया है. इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
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सत्ता पक्ष की ओर से की गई माफी की मांग पर कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने कहा कि सदन को इस तरह से हाईजैक नहीं किया जा सकता है. उसके बाद भी सत्ता पक्ष माफी की मांग पर अड़ा रहा. हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. करीब 15 मिनट के बाद फिर सदन की कार्यवाही शुरू हुई. उसके बाद भी सदन में हंगामे का दौर जारी रहा. इस पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि आसन इस तरह की टिप्पणी पर कड़ी व्यवस्था ले, ताकि भविष्य में कोई भी सदस्य इस तरह की टिप्पणी कार्यवाही के दौरान न करें.
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने विधायक श्रवण कुमार को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि किसी भी धर्म को लेकर इस तरह की टिप्पणी भविष्य में वो नहीं करेंगे. उसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई. बता दें कि विधायक श्रवण कुमार ने एक दिन पहले विधानसभा में कहा था कि संत समाज ने देश का भट्टा बैठा दिया है.