श्रीनगर: पिछले 18 सालों में प्रदेश के चार-चार मुख्यमंत्री जो नहीं कर पाए है, वो सीएम पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल में पूरा होता दिख रहा है. गढ़वाल को कुमाऊं मंडल से जोड़ने वाले सिंगटाली-व्यासघाट मोटर पुल निर्माण की कवायद तेज हो गई है. इन पुल के बनने से गढ़वाल और कुमाऊं की जनता की राह आसान होगी और बरसों पुराना सपना भी पूरा होगा.
लोक निर्माण विभाग श्रीनगर की ओर से पुल निर्माण के लिए डिजायन कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसके बाद डीपीआर व टेंडर की प्रक्रिया संपन्न की जाएगी. पुल के बनने से व्यासघाट क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही क्षेत्र का तेजी से विकास होगा.
बता दें कि ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कौडियाला-व्यासघाट क्षेत्र को जोड़ने के लिए सिंगटाली पुल के निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही है. इसके लिए व्यासघाट क्षेत्र के लोग कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं, जिस पर सरकार ने संज्ञान लिया. अब करीब 60 करोड़ की लागत से बनने वाले 162 मीटर लंबे स्पॉन के इस पुल के निर्माण की उम्मीद जगी है.
इस पुल के निर्माण से पौड़ी, टिहरी व रामनगर क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे. वर्ष 2006 में स्वीकृत इस मोटर पुल के बनने से व्यासघाट क्षेत्र के लोग सीधे ऋषिकेश से कौड़ियाला होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. साथ ही सतपुली, बैजरो, रामनगर का इलाका भी इस मार्ग से जुड़ जाएगा. पुल बनने के बाद सतपुली से ऋषिकेश आने के लिए लोगों को करीब 20 किमी. कम दूरी तय करनी पड़ेगी. जबकि व्यासघाट क्षेत्र के लोगों को ऋषिकेश आने के लिए पहले देवप्रयाग नहीं जाना पड़ेगा. उन्हें 40 से अधिक किमी. की कम दूरी तय करनी पड़ेगी.