अयोध्या:राम मंदिर के चारों दिशाओं की परिधि में निर्माणाधीन 800 मीटर लंबी परकोटे में परिक्रमा पथ को दर्शनीय बनाए जाने पर कार्य शुरू हो गया है. जिसमें देवी देवताओं के छह मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. बांकी के क्षेत्र में रामायण कालीन प्रसंगों पर कलाकृतियां बनाई जाएगी. भीड़ का दबाव पड़ने पर इसके माध्यम से लोगों को मंदिर की परिक्रमा कर बाहर निकल जाने का मार्ग होगा.
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया जा रहा है. लेकिन इसमें बनने वाला परकोटा दक्षिण भारतीय शैली का होगा. यह परकोटा राम मंदिर के बाहरी दृश्य से सुरक्षा की दीवार के रूप में खड़ा किया गया है. इसके अलावा भीड़ होने पर परकोटे के ऊपरी हिस्से की 14 फीट चौड़े पथ को परिक्रमा के रूप में इस्तेमाल भी किया जा सकेगा.
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर भूतल पर 70 खभों पर ही तराशी का कार्य हो सका था. शेष बचे खम्भों पर आइकोनोग्राफी के जरिए मूर्तियां उत्कीर्ण कराई जा रही हैं. भूतल पर लगे 160 खंभों पर अलग-अलग प्रकार की मूर्तियों को गिरने का कार्य कारीगर कर रहे हैं. इसके साथ ही सती मंदिर के शिखर तक के निर्माण का कार्य भी किया जा रहा है. जो इस महीने के अंतिम सप्ताह तक पूरा कर लिया जाएगा.
राम मंदिर में चल रहे निर्माण कार्य को लेकर मंदिर निर्माण समिति की बैठक शनिवार को होगी. इसके पहले शुक्रवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट आगामी कार्य योजना पर मंथन करेगा. जिसको लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी अयोध्या पहुंच चुके हैं.
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