रायबरेली : जिले की लोकसभा सीट से गांधी परिवार के किसी सदस्य के चुनाव न लड़ने की अटकलों को कांग्रेस कार्यकर्ता कोरी अफवाह बता रहे हैं. साथ ही वे पिछले महीने सोनिया गांधी की भावुक चिट्ठी को पम्पलेट के रूप में छपवाकर घर-घर पहुंचा रहे हैं. सोनिया गांधी की मार्मिक अपील को घर-घर पहुंचाने का उद्देश्य गांधी परिवार के प्रति लोगों की संवेदना को बनाये रखना भी है. रायबरेली से गांधी परिवार के चुनाव न लड़ने की सुगबुगाहट पर कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष व संगठन प्रभारी विजय शंकर अग्निहोत्री ने कहा कि विरोधियों द्वारा यह दुष्प्रचार किया जा रहा है. उन्हें उम्मीद है कि रायबरेली से गांधी परिवार का ही सदस्य चुनाव लड़ेगा. राहुल गांधी या प्रियंका गांधी में से कोई भी यहां से चुनाव जरूर लड़ेगा.
चिट्ठी में लिखी थीं यह बातें : सोनिया गांधी ने चिट्ठी में लिखा था कि 'मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है. वह रायबरेली आकर आप लोगों में मिलकर पूरा होता है. यह नेह-नाता बहुत पुराना है और अपनी ससुराल से मुझे सौभाग्य की तरह मिला है. रायबरेली के साथ हमारे परिवार के रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं. आजादी के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में आपने मेरे ससुर फिरोज गांधी को यहां से जिताकर दिल्ली भेजा. उनके बाद मेरी सास इंदिरा गांधी को आपने अपना बना लिया. तब से अब तक, यह सिलसिला जिंदगी के उतार-चढ़ाव और मुश्किल भरी राह पर प्यार और जोश के साथ आगे बढ़ता गया और इस पर हमारी आस्था मजबूत होती चली गई. इसी रौशन रास्ते पर आपने मुझे भी चलने की जगह दी. सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिए खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आंचल मेरे लिए फैला दिया. पिछले दो चुनावों में विषम परिस्थितियों में भी आप एक चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे, मैं यह कभी भूल नहीं सकती. यह कहते हुए मुझे गर्व है कि आज मैं जो कुछ भी हूं, आपकी बदौलत हूं और मैंने इस भरोसे को निभाने की हरदम कोशिश की है.'