बस्तर: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के मुद्दे पर रायपुर से बस्तर तक सियासी तापमान बढ़ा हुआ है. प्रदेश में धान तिहार शुरू हुए अभी 20 दिन ही बीतें है कि इस मुद्दे पर विपक्ष ने बीजेपी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस साय सरकार पर धान खरीदी में अनियमितता के आरोप लगा रही है. मंगलवार से कांग्रेस ने प्रदेश के कई जिलों में धान खरीदी केंद्र चलो अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत बस्तर में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने तीन धान खरीदी केंद्रों का दौरा किया.
"धान खरीदी पर सरकार कर रही वादाखिलाफी": धान खरीदी केंद्रों का दौरा करने के बाद पीसीसी चीफ ने बीजेपी की राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार किसानों से वादाखिलाफी कर रही है. लक्ष्य के मुताबिक धान की खरीदी न हो सके इसके लिए साय सरकार षडयंत्र रच रही है. इसलिए बारदानों की समस्या बनी हुई है. कांग्रेस पार्टी के दखल के बाद कई धान खरीदी केंद्रों पर नए और पुराने बारदानों से धान खरीदा जा रहा है. जिससे कुछ जगहों पर स्थिति सामान्य हुई है. सर्वर की समस्या के कारण टोकन लेने में किसानों को समस्या हो रही है. टोकन कम मात्रा में दिया जा रहा है. जिसके लिए किसानों को लगभग 10 दिनों का समय दिया जा रहा है.
प्रदेश में 21 क्विंटल धान की खरीदी न के बराबर हो रही है. खरीदी केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन में किसानों से धान अधिक लिया जा रहा है. 3100 रुपये में धान की खरीदी नहीं हो रही है. कहीं भी इस रेट का बैनर नहीं लगा है. बैनर 2320 और 2300 का लगा है. वर्तमान में 2300 रुपये प्रति क्विंटल के आधार पर धान की खरीदी हो रही है. - दीपक बैज, पीसीसी चीफ