हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में हरकी पैड़ी कॉरिडोर को लेकर जमकर राजनीति हो रही है. कांग्रेस इस मुद्दों पर सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. हरिद्वार कॉरिडोर के खिलाफ कांग्रेस ने 9 से 14 अगस्त तक जिले भर में जनजागरूकता रैली निकालकर प्रदर्शन किया. वहीं इसी क्रम में आज कांग्रेस ने हरिद्वार कॉरिडोर के खिलाफ सब्जी मंडी में जन आक्रोश सभा करके सरकार को फिर से घेरा.
हरिद्वार के व्यापारियों को उजड़ने नहीं देगी कांग्रेस: जन अक्रोश सभा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा समेत पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. इस दौरान कांग्रेस ने हरिद्वार कॉरिडोर की डीपीआर को सार्वजनिक किए जाने की मांग की. साथ ही संकल्प लिया कि कांग्रेस अयोध्या और बनारस की तरह हरिद्वार के व्यापारियों को उजड़ने नहीं देगी.
प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि कॉरिडोर हरिद्वार के लिए एक महत्वपूर्ण विषय है. कॉरिडोर के नाम पर अयोध्या और बनारस में सरकार ने कारोबारियों को लूटा है. वहां लोगों के घर तोड़े गए. उनका व्यापार खत्म हो गया. मुआवजे के लिए लोग प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन वो ऐसा हरिद्वार में नहीं होने देगे.
हरिद्वार कॉरिडोर से हजारों लोगों का कारोबार होगा प्रभावित: करण माहरा ने कहा कि अगर हरिद्वार की जियोग्राफी को देखें तो इस शहर के एक तरफ मनसा देवी और दूसरी तरफ चंडी देवी का मंदिर है. वहीं बीच में मां गंगा की धरा बहती है, जिसके आसपास पूरा शहर बसा हुआ है. अब अगर यहां पर हरकी पौड़ी कॉरिडोर के नाम पर तोड़फोड़ की जाएगी तो यहां हजारों लोगों का कारोबार प्रभावित होगा.
कांग्रेस के सवाल: कांग्रेस ने सरकार ने सवाल किया है कि हरिद्वार हरकी पौड़ी कॉरिडोर के नाम पर जो हजारों दुकानों तोड़ी जाएगी और इससे लोगों का जो रोजगार प्रभावित होगा, उनके बारे में सरकार ने क्या सोचा है? हरिद्वार हरकी पौड़ी कॉरिडोर को लेकर जो डीपीआर बनाई गई है, उसको यहां की जनता देखना चाहती है. अभी डीपीआर सार्वजनिक क्यों नहीं की गई है. इस कारण लोगों के मन में आक्रोश है और इसीलिए कांग्रेस लोगों के साथ है. ताकि बीजेपी सरकार से बातचीत हो सके और लोगों के कारोबार को बर्बाद होने से बचाया जा सके.
बीजेपी नाटक के अलावा कुछ नहीं करती: कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी नाटक के अलावा कुछ नहीं करती है. अयोध्या में बीजेपी को नाटक की सजा मिली है. बदरीनाथ में भी मास्टर प्लान के नाम पर लोगों को उजाड़ने का काम किया जा रहा है. वहां की जनता ने भी उपचुनाव में बीजेपी सरकार को सबख सिखाया है. केदारनाथ में भी बीजेपी क्या-क्या कर रही है, ये भी सबको पता है.