रामनगर: बिजली के स्मार्ट मीटरों का विरोध होना शुरू हो गया है. इसी क्रम में बेड़ाझाल गांव में पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सांसद अनिल बलूनी के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की.
ग्रामीणों ने जबरन मीटर लगाने का लगाया आरोप: ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीते दिन कुछ गांवों के कई घरों में यह कहकर स्मार्ट मीटर लगाए गए कि अगर तुम स्मार्ट मीटर नहीं लगाओगे, तो तुम्हारा कनेक्शन काट दिया जाएगा. जिससे घबराकर कई ग्रामीणों ने इन मीटरों को अपने यहां लगवा लिया. उन्होंने कहा कि जब से यह मीटर लगा है, उनके यहां बिजली की रीडिंग भी तेजी के साथ बढ़ रही है.
कांग्रेस ने सरकार पर बोला जुबानी हमला: कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने कहा कि सरकार जनता को लूटने का काम कर रही है. सरकार गरीबों के यहां स्मार्ट मीटर लगाकर उनका उत्पीड़न कर रही है. उन्होंने कहा कि यह मीटर लगने से छोटे किसान और गरीब लोगों पर मार पड़ेगी. ऐसे में जो पूंजीपति लोग हैं, उनके यहां पहले यह मीटर लगाने की कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है.
कांग्रेस ने स्मार्ट मीटरों पर रोक लगाने की उठाई मांग: रणजीत सिंह रावत ने कहा कि यह जो स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, उनकी कीमत 25,000 रुपए है. बाद में सरकार इस मीटर की कीमत को भी बिलों के माध्यम से ब्याज सहित वसूलने का काम करेगी. उन्होंने सरकार से लगाए जा रहे स्मार्ट मीटरों पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी है कि यह मीटर जहां भी लगाए जाएंगे, इसका विरोध किया जाएगा.
उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद होगी कार्रवाई: उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन रामनगर के एसडीओ दर्पण सिंह ने बताया कि-
ग्रामीणों द्वारा आज एक ज्ञापन हमें दिया गया है. इसे उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया जा रहा है. उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद ही इसमें नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
-दर्पण सिंह, एसडीओ, रामनगर-
ये भी पढ़ें-