नई दिल्ली: राजधानी में दिल्ली न्याय यात्रा निकाल रही प्रदेश कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस से पांच बार विधायक रहे चौधरी मतीन अहमद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. मतीन अहमद पूर्वी दिल्ली की सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी से विधायक रहे हैं. पिछले दो विधानसभा चुनाव से उन्हें आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों से हार का सामना करना पड़ा.
2015 में मतीन अहमद को आप प्रत्याशी हाजी इशराक खान ने हराया तो, वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के तत्कालीन पार्षद एवं विधायक प्रत्याशी अब्दुल रहमान ने मतीन अहमद को चुनाव हराया. पिछले महीने ही चौधरी मतीन अहमद के पुत्र एवं कांग्रेस के बाबरपुर जिला अध्यक्ष चौधरी जुबेर अहमद अपनी पार्षद पत्नी शगुफ्ता चौधरी के साथ आप में शामिल हो गए थे, तभी से चौधरी मतीन अहमद के भी आम आदमी पार्टी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे. आप संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में जब मतीन अहमद आप में शामिल हो गए तो कयासों का दौर भी खत्म हो गया.
बता दें कि जब मतीन अहमद के पुत्र ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा था उसी समय सीलमपुर के मौजूदा आप विधायक अब्दुल रहमान ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट लिखते हुए आप अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की बात कही थी. इससे साफ था कि अब्दुल रहमान जुबैर को आप में शामिल करने से नाराज थे. पिछले विधानसभा चुनाव से ही अब्दुल रहमान और मतीन अहमद के बीच राजनीतिक टकराव जारी था. अब यह तय है कि मतीन अहमद के कांग्रेस छोड़ देने से पूर्वी दिल्ली में कांग्रेस को आने वाले विधानसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है.