कांकेर:छत्तीसगढ़ मेंलोकसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण का नामांकन शुरु हो चुका है. नामांकन के पहले दिन कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर ने नामांकन फॉर्म लिया. इस दौरान बीरेश ने ईवीएम पर सवाल उठाए. बीरेश ठाकुर के मुताबिक ईवीएम में धांधली होती है.यदि धांधली को रोकना है तो 484 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतरना होगा.जिसके बाद मजबूरन चुनाव आयोग को बैलेट पेपर से चुनाव कराना होगा.
ईवीएम में होती है धांधली, बैलेट पेपर से ही होगा निष्पक्ष चुनाव :बीरेश ठाकुर - Loksabha Elections 2024 - LOKSABHA ELECTIONS 2024
Questions on EVM कांकेर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी बीरेश ठाकुर ने नामांकन फॉर्म लिया.इस दौरान बीरेश ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Mar 28, 2024, 4:04 PM IST
|Updated : Mar 28, 2024, 4:56 PM IST
3 अप्रैल को बीरेश भरेंगे नामांकन :बीरेश ठाकुर ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है.ऐसे में शुभ मुहूर्त पर नामांकन फॉर्म खरीदा है. तीन अप्रैल के दिन नामांकन फॉर्म जमा किया जाएगा.जिसमें कांग्रेस के बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे. आपको बता दें कि 26 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांकेर में ईवीएम को लेकर बयान दिया था. जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि ईवीएम का ज्ञान सभी को नहीं होता है. इसलिए चुनाव बैलेट पेपर से होने चाहिए.
क्या है भूपेश बघेल का दावा :कांकेर में भूपेश बघेल ने कहा था कि ईवीएम एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जिसके बारे में सब को ज्ञान नहीं होता. एक सर्वे के हिसाब के केवल 60 प्रतिशत लोग मशीन पर विश्वास कर रहे हैं. मतपेटी को देखकर अनपढ़ व्यक्ति भी बता देगा कि इसमें कुछ भी नहीं है लेकिन ईवीएम में ऐसी बात नहीं है. आयोग कहती है कि ईवीएम में कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकती. सैकड़ों मामले ईवीएम से संबंधित हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चल रहे हैं. जिनमें अभी तक फैसला हुआ नहीं हुआ है. बहुत सारे लोग वीवीपैट की पर्चियों के गिनती के पक्ष में है.ऐसे में अब जनता ही इसका हल निकाल सकती है.इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट में इस बात का जिक्र है कि यदि 375 उम्मीदवार से ज्यादा प्रत्याशी फॉर्म भरें तो चुनाव ईवीएम से नहीं बल्कि मतपत्रों से होगा.इसलिए जो काम सुप्रीम कोर्ट और इलेक्शन कमीशन नहीं कर सकती वो जनता कर सकती है.