रांची:कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी लगातार ओबीसी को हक और अधिकार देने का मुद्दा उठाते रहे हैं. अब कांग्रेस पार्टी के अंदर भी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अन्य पिछड़ा वर्ग और माइनोरिटीज को पर्याप्त स्थान देने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस क्रम में अब ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी से राज्य के 14 लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले अभी मंडल अध्यक्षों की जाति और वर्ग आधारित पूरी रिपोर्ट मांगी हैं. कांग्रेस पार्टी के अंदर सभी को हक देने की शुरू हुई कवायद को भाजपा धर्म और जाति की गंदी राजनीति करार दे रही है तो कांग्रेस पार्टी के अंदर सबको न्याय देने के लिए शुरू की गई पहल को प्रशंसनीय कार्य करार दे रही है.
राहुल गांधी के संदेशों पर खड़ा उतरना चाहती है पार्टी-प्रदेश कांग्रेस
झारखंड के सभी 14 लोकसभा क्षेत्रों के मंडल अध्यक्षों की जातीय रिपोर्ट मुख्यालय द्वारा मांगने को सही ठहराते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति उर्फ रिंकू तिवारी कहते हैं कि राहुल गांधी ने जिस तरह से राष्ट्रीय स्तर पर ओबीसी और वंचित समाज के हक और अधिकार को आवाज दिया है और जातीय जनगणना को राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया है, ऐसे में पार्टी के अंदर इन वर्गों की क्या भागीदारी है, पार्टी में ओबीसी, अनुसूचित जाति, जनजाति और माइनॉरिटीज पदाधिकारियों की संख्या और उनका प्रतिशत कितना है केंद्रीय केमटी यह जानना चाहती है . प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी के अंदर भी समाज के सभी वर्गों को पद और सम्मान मिले इसकी कवायद की जा रही है . उन्होंने कहा कि इसके लिए पहले से ही पार्टी लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन के तहत कार्यक्रम चला रही है, ताकि समाज के पिछड़े जमात के लोगों में भी लीडरशिप क्वालिटी विकसित की जा सके.
कांग्रेस की राजनीति ही धर्म और जाति की रही है- राफिया नाज