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निगम की कार्रवाई से नाराज कोचिंग संचालक अब सीएम से लगाएंगे गुहार, सुनवाई न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी - Coaching Operators Warning - COACHING OPERATORS WARNING

Coaching Operators Warning, राजधानी जयपुर में निगम की कार्रवाई से नाराज कोचिंग संचालक अब सीएम भजनलाल शर्मा से मदद की गुहार लगाएंगे. साथ ही सोमवार को कोचिंग संचालक सीएम से मुलाकात की तैयारी कर रहे हैं. वहीं, कोचिंग संचालकों की ओर से कहा गया कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वो आमरण अनशन के लिए मजबूर होंगे.

Coaching Operators Warning
सुनवाई न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी (ETV BHARAT JAIPUR)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 3, 2024, 7:28 PM IST

कोचिंग संचालकों की सीएम से गुहार (ETV BHARAT JAIPUR)

जयपुर. दिल्ली में कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद जयपुर में फायर एनओसी और बिल्डिंग बायलॉज की पालना किए बिना संचालित दो कोचिंग सेंटर को सीज कर दिया गया. उसके बाद निगम प्रशासन इस तरह के सभी कोचिंग सेंटर्स पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है. वहीं, हाउसिंग बोर्ड ने भी अवैध रूप से संचालित कोचिंग सेंटर्स पर कार्रवाई करने के लिए सरकार को पत्र लिखा है.

हालांकि, निगम की कार्रवाई से खफा कोचिंग संचालकों ने अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से गुहार लगाई है. साथ ही कमी-खामियों को दूर करने के लिए समय मांगा है और कोचिंग हब में दरें कम करने की भी मांग की है. कोचिंग संचालकों ने मांग नहीं माने जाने पर आमरण अनशन की भी चेतावनी दी है.

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ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ ने जयपुर में कोचिंग संचालकों को दिए जा रहे नोटिस और कार्रवाई को अवैध बताया है. महासंघ ने तंज कसते हुए कहा कि नगर निगम पहले अपने मुख्यालय स्थित बेसमेंट में चल रहे मलेरिया डिपार्टमेंट और आधार कार्ड के कार्य को रोके और अपनी एनओसी को दुरुस्त करें. उसके बाद कोचिंग जगत को पाठ पढ़ाए. उन्होंने जयपुर शहर को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाते हुए इस मामले में तुरंत प्रभाव से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से दखल देने की मांग की है.

साथ ही चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन अवैध तरीके से की जा रही सीज की कार्रवाई को जल्द नहीं रोकती है तो आमरण अनशन किया जाएगा. ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ के अध्यक्ष रमेश शर्मा ने आरोप लगाया कि बिना नोटिस और बिना समय दिए व नोटिस में भी अग्रिम आदेश के रूप में संवैधानिक शब्दों का उपयोग करते हुए कोचिंग संचालकों को डराया धमकाया जा रहा है. इसका असर जयपुर में उच्च प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों पर पड़ रहा है.

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मामले की गंभीरता को देखते हुए कोचिंग संचालकों ने सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलकर मदद की गुहार लगाने की योजना बनाई है. साथ ही कोचिंग हब में महंगी दर को प्रायोगिक रूप से रियायती दर करने की मांग की है. ऑल कोचिंग महासंघ की उपाध्यक्ष डॉ. किरण सिंह ने सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में कोचिंग सेंटर में छात्रों की मौत हुई है, उसकी वजह डिजिटल लॉकिंग सिस्टम का फेल होना था. जबकि जयपुर में कोचिंग व्यवस्था देश की सबसे अच्छी कोचिंग व्यवस्था में से एक मानी जाती है.

यहां सीज की गई कोचिंग्स के छात्र मानसिक अवसाद से गुजर रहे हैं. इस समस्या का समाधान कोचिंग हब को बताते हुए उन्होंने कहा कि भजनलाल सरकार शीघ्र ही कोचिंग हब को सफल करने के लिए नए सिरे से कोचिंग हब की रियायती दर तय कर देश के प्रथम कोचिंग हब को सफल करने में अपनी भूमिका निभाएंगे. कोचिंग हब की वर्तमान महंगी दर को कम किया जाए.

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उधर, कोचिंग हब को लेकर के राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के कमिश्नर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि शहर में अवैध रूप से संचालित कोचिंग सेंटर पर कार्रवाई करने के लिए सरकार को पत्र लिखा है. कोचिंग हब में एक ही छत के नीचे सभी सुख सुविधा मिलती हैं, जो इसे सभी कोचिंग संस्थान के लिए सबसे बेहतर और सुरक्षित विकल्प बनाता है. मंडल की ओर से कोचिंग संस्थानों से संवाद स्थापित कर उन्हें कोचिंग हब की जानकारी भी दी जा रही है. उन्हें इसमें निवेश करने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है.

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