लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जापान के यामानाशी प्रांत के गवर्नर कोटारो नागासाकी के साथ आए प्रतिनिधि मंडल का लखनऊ में सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने कहा, भारत और जापान के संबंध सदियों से मैत्रीपूर्ण रहे हैं. दोनों देशों के मध्य रणनीतिक, सांस्कृतिक व वैश्विक सहभागिता की जड़ें जुड़ीं हैं. जब दुनिया के देश युद्ध में हैं, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान बुद्ध के संदेश के माध्यम से दुनिया को शांति-सौहार्द व एकता के सूत्र में बांध रहे हैं. भारत और जापान बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश हैं.
मुख्यमंत्री योगी के समक्ष सोमवार को सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश सरकार और यामानाशी प्रीफेक्चर (जापान) के मध्य इंडस्ट्रियल कॉर्पोरेशन, टूरिज्म एंड वोकेशनल एजुकेशन के क्षेत्र में एमओयू संपन्न हुआ. प्रदेश सरकार की ओर से मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और यामानाशी प्रांत के गवर्नरस पॉलिसी प्लानिंग ब्यूरो के महानिदेशक जुनीची इशिदेरा ने एमओयू का आदान प्रदान किया.
योगी ने कहा कि जापान की प्रमुख कंपनियों (मित्सुई टेक्नोलॉजीज, होंडा मोटर्स, यामाहा मोटर्स, डेंसो, टोयोड्रंक, निसिन एबीसी लॉजिस्टिक्स, सेकिसुई डी.एलजेएम. मोल्डिंग) सहित 1,400 से अधिक जापानी कंपनियां भारत में संचालित हैं. भारत एवं जापान के मध्य आर्थिक सहयोग अत्यंत समृद्ध हैं. दोनों देशों के मध्य वित्तीय वर्ष 2023-24 में 22.854 बिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ है.
इस अवधि में जापान से भारत को 17.69 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात किया गया तथा 5.15 बिलियन अमेरिकी डॉलर का आयात किया गया. यूपी जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है- अनलिमिटेड पोटेंशियल का स्टेट. इस MoU के बाद से भारत और जापान के सम्बन्धों को एक नई मजबूती मिलने जा रही है.
भगवान गौतम बुद्ध के पिता महराज शुद्धोधन की राजधानी कपिलवस्तु, पहला उपदेश स्थल सारनाथ, सर्वाधिक चातुर्मास प्रवास स्थल श्रावस्ती, महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर सहित भगवान बुद्ध के अनेक स्मृतियां यहां संजोयी गई हैं. भगवान बुद्ध के इस स्थलों को आपस मे जोड़ते हुए हमने बौद्ध सर्किट डेवलप किया है. हमें प्रसन्नता होगी यदि आप सभी स्वयं एक बार इन स्थलों का विजिट करें.
कोटारो नागासाकी ने कहा कि यामानाशी प्रीफेक्चर और उत्तर प्रदेश के मध्य आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक संबंध रहे हैं. उन्हाेंने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जापान लेबर स्किल डवलपमेंट, रिन्यूएबल एनर्जी, हाइड्रो पॉवर, ज्ञान और तकनीक के आदान प्रदान में परस्पर सहयोग प्रदान करेगा. इससे भारत और जापान के रणनीतिक संबंधों को एक नई ऊंचाई प्राप्त होगी. उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि जापान आपका दूसरा घर है. उन्होंने यामानाशी प्रांत आने का निमंत्रण देकर सभी के प्रति आभार व्यक्त किया.
जापानी भाषा में बोले सीएम योगी:मिना सान कोन-नीची वा. यह बोल कर योगी ने जापानी प्रतिनिधि मंडल का स्वागत किया. कोटारो नागासाकी जी और पूरी टीम का भगवान गौतम बुद्ध की पावन भूमि उत्तर प्रदेश में हार्दिक स्वागत है.
यह भी पढ़ें:चौधरी चरण सिंह की जयंती पर सीएम योगी ने 11 किसानों को दी ट्रैक्टर की चाबी, उत्कृष्ट कार्य करने वाले सम्मानित
यह भी पढ़ें:यूपी में शुरू करिए स्टार्टअप; योगी सरकार देने जा रही ट्रेनिंग, मिलेगा लोन, ये लोग होंगे पात्र