गोरखपुर: धर्म की रक्षा और नारी सुरक्षा का गिद्धराज जटायु से बड़ा कोई और मिसाल नहीं हो सकता. जटायु रामायण काल के पहले बलिदानी थे, जिन्होंने मित्रता का भी धर्म निभाया था. सीएम योगी आदित्यनाथ ये बातें शुक्रवार को गोरखपुर में एशिया के पहले जटायु (गिद्ध) संरक्षण केंद्र के लोकार्पण के बाद उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए कही. यह जटायु संरक्षण केंद्र गोरखपुर वन प्रभाग क्षेत्र के कम्पियरगंज वन क्षेत्र में बनाया गया है. जहां पर विलुप्त हो रहे लाल गर्दन वाले प्रजाति के एक जोड़े गिद्ध के साथ कुल 6 जोड़े लाकर वन विभाग इनकी प्रजाति को विकसित करने, प्रजनन दर को बढ़ाने के उपायों पर काम करेगा.
सीएम योगी ने जटायु (गिद्ध) संरक्षण केंद्र का लोकार्पण किया. (Video Credit; ETV Bharat) सीएम योगी ने कहा कि इस जटायु संरक्षण केंद्र से हम जटायु की वर्तमान पीढ़ी को संरक्षित करने के लिये आगे बढ़ेंगे. सीएम ने कहा कि आज भी गांव में भले ही कोई गाय को रोटी न खिलाए, लेकिन अगर कसाई उसकी हत्या कर दे तो लोग आग बबूला हो जाते हैं. बंदर को कोई चोट पहुंचाता है तो भी वह हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. क्योंकि कभी उनके पूर्वजों ने हमारी परंपरा की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्योछावर किया था. ऐसे में हमारा भी कर्तव्य बनता है कि हम उनकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए कम करें.
रामायण की चौपाइयों से जटायु की तारीफ कीः योगी ने कहा कि प्रकृति के सबसे बड़े शुद्धिकर्ता के रूप में जटायु की गिनती होती है. लेकिन दवा और पेस्टिसाइड के अंधाधुंध होते प्रयोग से उनकी संख्या पर असर पड़ा है. सीएम ने तुलसीदास जी की चौपाइयों के वर्णन करते हुए कहा कि जटायु खुद को निहत्था जानकर भी माता सीता को बचाने के लिए रावण से उलझ गया. वह खुद भी घायल हुआ, बलिदान दिया लेकिन रावण को भी घायल किया. रामायण से हमें मित्रता, नारी गरिमा, मर्यादा, अनुशासन और वचन रक्षा की प्रेरणा मिलती है. आज के कालखंड में भी पर्यावरण की शुद्धि के लिए जो कार्य जटायु के वंशजों द्वारा किया जाता है, वह अविस्मरणीय है. जटायु के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए रामायणकालीन उनकी स्मृतियों को बनाए रखने के लिए अयोध्या में राम मंदिर के सामने गिद्धराज जटायु की विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है.
गोरखपुर में बनेगा फॉरेस्ट्री कॉलेज: मुख्यमंत्री ने वन विभाग को निर्देशित करते हुए कहा है कि गोरखपुर में एक फॉरेस्ट्री कॉलेज बनाए. जहां वन से संबंधित पढ़ाई के लिए डिग्री और डिप्लोमा के पाठ्यक्रम चलाए जाएं. इससे वन विभाग की आवश्यकता के अनुरूप विभिन्न पदों पर युवाओं को नौकरी भी मिल सकेगी. साथ ही यह फॉरेस्ट्री को विकसित करने और वन संरक्षण का बड़ा माध्यम भी बनेगा. उन्होंने जटायु संरक्षण केंद्र के निर्माण में योगदान देने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया.
प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा के प्रति संकल्पित है सरकारः सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश ही नहीं बल्कि दुनिया का ऐसा पहला राज्य है, जिसने 7 वर्षों में 200 करोड़ के पौधारोपण के लक्ष्य को हासिल किया है. 2017 के पहले हमें जहां जंगलों की कटान देखने को मिलती थी, वहीं अब बड़े पैमाने पर पौधे लगाए और बचाए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 12 करोड़ महिलाओं को मुफ्त में रसोई गैस का कनेक्शन दिया गया. इसी के साथ नदियों का संरक्षण भी सरकार कर रही हैय इन प्रयासों के चलते नदियों में अब जल की शुद्धता की प्रतीक डॉल्फिन भी दिखाई देने लगी है.
विश्व की छठवीं नाइट सफारी लखनऊ में बनेगीःकार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए वन, पर्यावरण एवं जंतु उद्यान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि विश्व में अभी सिर्फ पांच नाइट सफारी हैं, छठवीं नाइट सफारी मुख्यमंत्री के विजन से लखनऊ में बनने जा रही है. सांसद रवि किशन शुक्ल ने कहा कि महिलाओं के पहले रक्षक जटायु जी थे. आज उत्तर प्रदेश में महिलाओं की पुख्ता सुरक्षा की व्यवस्था मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव का यह बयान कि उनकी सरकार आई तो सारे बुलडोजर गोरखपुर कूच करेंगे, नितांत शर्मनाक है.
कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते सांसद रवि किशन. (Photo Credit; ETV Bharat) 5 एकड़ में बना जटायु संरक्षण केंद्रः बता दें कि जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र की स्थापना पर कुल 2 करोड़ 80 लाख 54 हजार रुपये की लागत आई है. इसमें ब्रीडिंग एवरी, होल्डिंग एवरी, हॉस्पिटल एवरी, नर्सरी एवरी, वेटनरी सेक्शन, प्रशासनिक भवन, रिकवरी एवरी, गार्डरूम, जेनरेटर रूम, पाथवे का निर्माण किया गया है. इस केंद्र में 8 स्टाफ हैं. जटायु संरक्षण केंद्र में कुल 6 राजगिद्धों (नर एवं मादा) को लाया जा चुका है. यहां राजगिद्धों गिद्धों की निगरानी की सीसी कैमरों से की जाएगी. पांच हेक्टेयर जमीन पर बनाए गए इस केंद्र के लिए बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी और प्रदेश सरकार के बीच में समझौता हुआ है. गोरखपुर वन प्रभाग द्वारा बनाई गई कार्ययोजना के अनुसार इस जटायु संरक्षण केंद्र से आगामी आठ-दस साल में 40 जोड़े राजगिद्ध छोड़े जाने का लक्ष्य है.
जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सुनते सीएम योगी. (Photo Credit; ETV Bharat) गोरखनाथ मंदिर में 300 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनींःवहीं, गोरखपुर प्रवास के दूसरे दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में करीब 300 लोगों से मुलाकात की. एक-एक करके उनकी समस्याएं सुनीं और निस्तारण के लिए आश्वस्त करते हुए उनके प्रार्थना पत्र संबंधित अधिकारियों को सौंपा. सभी लोगों को आश्वस्त किया कि किसी को भी परेशान होने या घबराने होने की आवश्यकता नहीं है. जनता दर्शन में हर बार की तरह इस बार भी कई लोग गंभीर बीमारियों में इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे. सीएम योगी ने सभी को भरोसा दिया कि उनकी सरकार किसी भी जरूरतमंद के इलाज में धन की कमी को बाधक नहीं बनने देगी. विवेकाधीन कोष से मदद की जाएगी. बात करने के दौरान भावुक हो गई एक महिला को आत्मीय संबल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, डॉक्टर से इस्टीमेट मंगवा लीजिए, इलाज का पैसा सरकार देगी.
माई! वृंदावन या काशी, जहां चाहो वहां करा देंगे व्यवस्थाःजनता दर्शन के दौरान एक वृद्ध महिला की जानकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी भावुक उठे. वृद्ध महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि उम्र के इस पड़ाव में अपने ही परिवार से मिल रहा दुख वह नहीं सहन कर पा रही है. सीएम योगी ने पूछा कि वह क्या चाहती हैं? बुजुर्ग महिला ने कहा कि उसकी इच्छा अब जीवन के बाकी बचे दिन किसी धर्मनगरी में बिताने की है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘माई! वृंदावन या काशी या जहां भी रहने की इच्छा हो, बता दो. सारी व्यवस्था हम कर देंगे.’ मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि इस वृद्ध महिला की सम्मान सहित देखभाल की जाए और जिस भी जगह यह जाना चाहती हैं, वहां भेजकर रहने और अन्य जरूरतों की सभी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
635 करोड़ की पांच परियोजनाओं का लोकापण और शिलान्यास किया
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जिले की पिपराइच विधानसभा क्षेत्र के सोनबरसा में, 535 करोड़ रुपये की लागत वाली पांच विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इसके बाद यहां आयोजित जनसभा को सीएम ने कहा कि विकास और सुरक्षा का मॉडल ही वर्तमान और भावी पीढ़ी को उज्जवल भविष्य के मार्ग पर आगे बढ़ाएगा और इसका लाभ अनंत काल तक प्राप्त होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब विकास होगा तभी उद्यमिता बढ़ेगी. युवाओं को उद्यम स्थापित करने के लिए दो चरणों में ब्याजमुक्त लोन देने की व्यवस्था कर दी है. पहले चरण में 5 लाख और दूसरे चरण में 10 लख रुपए तक का ब्याज मुक्त लोन दिया जाएगा. इस व्यवस्था के तहत लोन लेने वाले युवा को बैंकों को सिर्फ मूल पूंजी वापस करनी होगी, ब्याज का पैसा सरकार चुकता करेगी. योगी ने कहा कि आज बालापार, टिकरिया और आसपास क्षेत्र के लोगों के लिए रेल ओवर ब्रिज का लोकार्पण किया गया है. इसके साथ ही बालापार, टिकरिया से लेकर गांगी तक फोरलेन सड़क का शिलान्यास किया गया है. इससे इस क्षेत्र के लोगों का जीवन बहुत आसान हो जाएगा. आधे घंटे की दूरी अब पांच मिनट में पूरी हो जाएगी.
सीएम योगी ने कहा कि फोरलेन निर्माण के लिए उन्होंने निर्देश दे रखा है कि फोरलेन बनने के दौरान मकान नहीं टूटने चाहिए. भले ही फोरलेन का नक्शा बदलने पड़े. इसके साथ ही सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा देने के निर्देश भी दिए गए हैं.
रेल ओवरब्रिज, स्मार्ट स्कूल और स्मार्ट पंचायत भवन का हुआ लोकार्पण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोनबरसा गांव में आयोजित समारोह में 88 करोड़ 46 लाख 98 हजार रुपये की दो विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 546 करोड़ 19 लाख 11 हजार रुपये की तीन विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया. लोकार्पण की प्रमुख परियोजना बालापार-टिकरिया मार्ग स्थित रेल समपार संख्या-6 के स्पेशल टू लेन रेल ओवरब्रिज शामिल है. इसके निर्माण पर 84 करोड़ 87 लाख 58 हजार रुपये की लागत आई है। मुख्यमंत्री सोनबरसा गांव में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के सीएसआर फंड से जीडीए द्वारा बनवाए गए स्मार्ट स्कूल और स्मार्ट पंचायत भवन का भी लोकार्पण किया. इस पर 3 करोड़ 59 लाख 40 हजार रुपये की लागत आई है.
फोरलेन और नए थाना भवन के निर्माण कार्य का किया शिलान्यास
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के हाथों बालापार-टिकरिया-गांगी बाजार मार्ग के फोरलेन में चौड़ीकरण (लागत 519.62 करोड़), रिपोर्टिंग पुलिस चौकी सिकटौर को उच्चीकृत कर थाना सिकटौर सोनबरसा हेतु प्रशासनिक व आवासीय भवनों (लागत 26.56 करोड़) के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी हुआ.
इसे भी पढ़ें-CM योगी ने 54 शिक्षकों को किया सम्मानित, बोले- आपका ज्ञापन और मांग पत्र आदेश होगा, बस तरीका लोकतांत्रिक हो