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36 हजार बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराएगी सरकार, मंदिरों के पुनर्विकास पर खर्च करेंगे 300 करोड़- सीएम भजनलाल - Senior Citizen Pilgrimage Scheme

वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा करवाने के लिए सीएम भजनलाल शर्मा ने जयपुर से पहली ट्रेन रामेश्वरम के लिए रवाना की. निःशुल्क वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत 780 तीर्थ यात्रियों को लेकर ये ट्रेन जयपुर से रवाना हुई. इसमें यात्रियों के लिए हर सुविधा का ध्यान सरकार की ओर से रखा जाएगा.

CM BHAJAN LAL SHARMA, SENIOR CITIZEN PILGRIMAGE SCHEME
सीएम भजनलाल ने ट्रेन को दिखाई हरी झंडी. (ETV Bharat jaipur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 2, 2024, 8:19 PM IST

तीर्थ यात्रियों को लेकर पहली ट्रेन रवाना. (ETV Bharat jaipur)

जयपुर : राजस्थान के मंदिरों के पुनर्विकास पर राज्य सरकार 300 करोड़ रुपए खर्च करेगी. सोमवार को निःशुल्क वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत 780 तीर्थ यात्रियों की पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए सीएम भजनलाल ने ये बात कही. साथ ही कहा कि हर बुजुर्ग के मन में तीर्थ करने की इच्छा होती है और बीजेपी सरकार अपने वादे के मुताबिक राजस्थान के 36 हजार बुजुर्ग माता-पिता को तीर्थ यात्रा कराएगी. इस दौरान सीएम भगवान श्री राम और श्री कृष्ण की सजीव झांकियों के सामने नतमस्तक भी हुए.

श्याम बाबा कॉरिडोर पर खर्च होंगे 100 करोड़ : निःशुल्क वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2024 का शुभारंभ करते हुए सीएम ने कहा कि पीएम मोदी ने तीर्थों का विकास करके उनको विशेष पहचान दी है. राजस्थान सरकार ने भी प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिरों के लिए विशेष बजट दिया है. जिस तरीके से काशी विश्वनाथ में कॉरिडोर का निर्माण हुआ है. उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर का कॉरिडोर बना है. राजस्थान सरकार भी राजस्थान में श्याम बाबा के मंदिर के कॉरिडोर को 100 करोड़ की लागत से तैयार करगी. राजस्थान के मंदिरों के पुनर्विकास पर सरकार की ओर से 300 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.

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36 हजार यात्रियों का सरकार कराएगी तीर्थ : सीएम ने कहा कि सभी को रिटायरमेंट के बाद तीर्थयात्रा पर जाने का विचार आता है, क्योंकि जिंदगीभर तो परिवार को पालने में लग जाता है. समाज की सेवा में, समाज के उत्कृष्ट कार्यों में अपना जीवन लग जाता है और जब तीर्थ जाने का भाव मन में आता है तब कुछ तो चले जाते हैं, लेकिन कई बुजुर्ग माता-पिता नहीं जा पाते हैं. हालांकि, मन में सभी के होता है कि अपनी संस्कृति को देखें. वहीं, बहुत सारे बुजुर्ग ऐसे हैं, जिन्होंने जिदगी में कभी तीर्थ यात्रा नहीं की, क्योंकि साधन नहीं है. उनके बच्चों के पास तीर्थ यात्रा करवाने का समय नहीं है. तीर्थयात्राओं में आर्थिक बाधा दूर करने और धार्मिक भावनाओं के सम्मान में ये कदम ऐतिहासिक सिद्ध हो रहा है.

भजनलाल ने कहा कि प्रदेश के हजारों वरिष्ठ नागरिकों की तीर्थयात्रा की मनोकामना को सरकार पूरा कर रही है. बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा का सरकार पुण्य दे रही है. जीवन में तीर्थों का बहुत बड़ा महत्व है. रामेश्वरम के दर्शन सौभाग्य की बात है. सीएम ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये यात्रा की आज से शुरुआत हो रही है. इसमें ट्रेन के साथ प्लेन से 36 हजार यात्रियों को अलग-अलग तीर्थ स्थलों पर भेजा जाएगा. इस यात्रा में सभी बुजुर्ग यात्रियों को रहना-खाना और आना-जाना नि:शुल्क रहेगा. सरकार इस पर 80 करोड़ रुपए खर्च करेगी.

यात्रियों की हर सुविधा का ध्यान : बता दें कि जयपुर और दौसा जिले के 480, सवाईमाधोपुर के 100 और सोगारिया (कोटा) से 200 यात्री रामेश्वरम जा रहे हैं. यात्रा में सभी की देख-रेख के लिए 1 ट्रेन प्रभारी, प्रत्येक कोच में 2 सरकारी कर्मचारियों को अनुदेशक और चिकित्सा व्यवस्था के लिए एक डॉक्टर और 2 नर्सिंग अधिकारी लगाए गए हैं. यात्रा के दौरान ये टीम यात्रियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखेगी. इस ट्रेन में 8 दिन तक यात्रियों के रहने खाने की सारी व्यवस्थाएं देवस्थान विभाग की ओर से की जा रही है.

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