रांची: जिला में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद चिकन और अंडा खाने वाले लोग काफी सहम गए हैं. राजधानी के लोगों के डर का असर अंडा और चिकन के व्यापार पर देखने को मिल रहा है. बुधवार को होटवार क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और हजारों ब्रॉयलर (फॉर्म वाले मुर्गे) को जला कर मारने का काम किया.
रांची में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद जिला प्रशासन ने होटवार क्षेत्र के एक किलोमीटर एरिया तक के सभी मुर्गियां और पक्षियों को जलाकर मारने का निर्णय लिया. इसके साथ ही प्रभावित क्षेत्र के सभी पोल्ट्री फार्म को चिकन की बिक्री नहीं करने का आदेश भी दिया गया है. जिससे बर्ड फ्लू का वायरस मनुष्य तक ना पहुंच सके.
जिला प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार करीब दो हजार पक्षियों को मारा गया और करीब ढाई हजार अंडों को नष्ट किया गया. बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद जैसे ही लोगों तक यह खबर पहुंची कि लोगों ने चिकन और अंडा के खरीद पर अपने आप रोक लगा दी.
रांची के बड़े अंडा व्यापारी में शुमार केडी सिंह बताते हैं कि रांची जिला में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद व्यापार पर खासा असर पड़ा है. बर्ड फ्लू के बाद चिकन की बिक्री में 40 फीसदी और अंडे की बिक्री में 50 से 60 प्रतिशत की गिरावट आई है. लगन के समय में चिकन की बिक्री काफी होती है. लेकिन बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद शादी विवाह में लोग चिकन का आर्डर कैंसिल कर रहे हैं. रांची में प्रतिदिन 60 से 70 हजार केजी चिकन की बिक्री होती है. लेकिन बुधवार के बाद यह घटकर तीस हजार केजी से चालीस हजार केजी तक पहुंच गया है.