छिंदवाड़ा। तहसील के चारगांव प्रहलाद के किसान पंचलाल परतेती की जमीन के नक्शे में गलतियां थी. उसका सुधार करने के लिए पटवारी रोहित मालवी के पास आवेदन दिया था. नक्शा सुधार करने के एवज में पटवारी रोहित मालवीय ने किसान से ₹12000 रिश्वत की मांग की थी. इसकी शिकायत किसान ने लोकायुक्त एसपी जबलपुर में की थी. मामले की जांच करने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने जाल बिछाकर तहसील कार्यालय के पास पटवारी भवन में पटवारी रोहित मालवीय को किसान से ₹12000 रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
लोकायुक्त ने पटवारी पर की कार्रवाई (ETV Bharat)
स्थानीय अधिकारियों से भी कर चुका था शिकायत
किसान पंचलाल परतेती ने बताया कि 'नक्शा सुधार करने के लिए उसने आवेदन दिया था. पटवारी बिना रिश्वत के काम नहीं कर रहा था. इसकी शिकायत कई बार स्थानीय अधिकारियों को भी की गई, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी. आखिरकार उसने लोकायुक्त की शरण ली. लोकायुक्त में शिकायत करने के बाद कार्रवाई की है.
पहले भी एसडीएम कार्यालय में रिश्वत लेते गिरफ्तार हुआ था कर्मचारी
छिंदवाड़ा के अधिकतर सरकारी दफ्तरों में रिश्वतखोरी के मामले पहले भी आ चुके हैं. एसडीएम कार्यालय में एक कर्मचारी को भी लोकायुक्त की टीम रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ एक बाबू को दस्तावेजों की नकल देने की एवज में रिश्वत लेने के मामले में पकड़ा गया था. छिंदवाड़ा के साथ ही एमपी में आए दिन पटवारी, बाबू और अधिकारियों द्वारा गरीब, किसान और मजबूर लोगों से रिश्वत लेने की खबरें सामने आती रहती है. प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई करने के बाद भी ये रिश्वतखोर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं.