शिवपुरी : गुना-शिवपुरी-अशोकनगर लोकसभा सीट के पूर्व बीजेपी सांसद डॉ. केपी यादव की फोटो से छेड़छाड़ करने का मामला गर्मा गया है. कोतवाली थाना पुलिस ने पूर्व सांसद की फोटे के चेहरे के साथ गलत हरकत करने वाले एक पेंटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. दरअसल, शिवपुरी में नगरपालिका द्वारा चलाए जा रहे पानी के टैंकर्स पर पूर्व सांसद डॉ. केपी यादव की तस्वीर है. इसी फोटो के साथ छेड़छाड़ की गई है. खास बात ये है कि नगरपालिका ने इस पेंटर को टैंकर्स का रंगरोगन करने का काम सौंपा था.
टैंकर में रंगरोगन करने के दौरान पेंटर ने की हरकत
बता दें कि पूर्व सांसद केपी यादव ने नगर पालिका को अपनी सांसद निधि से 10 टैंकर पानी सप्लाई के लिए दिए थे. ये टैंकर लंबे समय तक पार्षदों के हवाले रहे. कुछ माह पूर्व नगर पालिका ने पार्षदों से ये टैंकर वापस ले लिए. टैंकर पुराने होने के कारण नगरपालिका ने इनके रंगरोगन का काम नवीन शर्मा नामक पेंटर पेंटर को सौंपा. नवीन शर्मा ने सभी टैंकरों पर नंबरिंग के दौरान कथित रूप से दुर्भावना के कारण 4 नंबर के टैंकर पर नंबरिंग की. इस दौरान पेंटर ने टैंकर के पीछे बनी पूर्व सांसद की तस्वीर के चेहरे पर नंबर 4 लिख दिया.
पानी सप्लाई के दौरान शहरवासियों ने तस्वीरें ली
जब ये टैंकर पानी सप्लाई के लिए शहर में गया तो इसे देखकर लोग हैरान हो गए. साथ ही केपी यादव के समर्थकों ने इसका विरोध किया. कुछ लोगों ने इस टैंकर की फोटो लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की. जब मामला नगर पालिका के संज्ञान में आया तो जिम्मेदारों ने पेंटिंग का मिलान किया. मिलान के दौरान पाया गया कि इस एक टैंकर को छोड़कर शेष सभी टैंकरों पर नंबरिंग सही तरीके से की गई है. ऐसे में पेंटर के खिलाफ नपा सीएमओ ने शासकीय संपत्ति विरूपण व नुकसान की धाराओं में मामला दर्ज करने के लिए आवेदन पुलिस को दिया.
नगरपालिका सीएमओ की शिकायत पर एफआईआर
इस मामले में कोतवाली थाना प्रभारी कृपाल सिंह का कहना है "नपा सीएमओ ने शिकायत दर्ज कराई है. आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज की जा रही है. इसके बाद मामले की जांच की जाएगी." वहीं, इस मामले में केपी यादव के समर्थकों में रोष व्याप्त हैं. इनका कहना है कि ये कारस्तानी पेंटर ने किसके इशारे पर की है, इसकी भी जांच होनी चाहिए. जिसने भी इस प्रकार की हरकत कराई उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो. शिवपुरी कोतवाली के एसआई सुमीत शर्मा के अनुसार "संपत्ति विरूपण का केस दर्ज किया है. आरोपी को तलाशा जा रहा है."
बीजेपी ने सिटिंग एमपी केपी यादव का टिकट काटकर सिंधिया को दिया
गौरतलब है कि डॉ. केपी यादव उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने बीजेपी के टिकट पर गुना-अशोकनगर-शिवपुरी लोकसभा सीट से 2019 में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराया. उस समय सिंधिया कांग्रेस के कद्दावर नेता थे. लेकिन बाद में सिंधिया ने बीजेपी ज्वाइन कर ली. साल 2023 में हुए लोकसभा चुनाव में गुना संसदीय क्षेत्र से डॉ. केपी यादव का टिकट काटकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया गया. केपी यादव का टिकट कटने से उत्साहित कांग्रेस ने उन्हें चुनाव लड़ने का ऑफर दिया. लेकिन केपी यादव ने बीजेपी में ही रहना ठीक समझा. साल 2023 के लोकसभा चुनाव में सिधिया भारी मतों से जीते. इस चुनाव प्रचार में केपी यादव ने सक्रियता से भाग लिया. इसे देखते हुए इस लोकसभा सीट पर हुई चुनावी रैली में अमित शाह ने केपी यादव को महत्व देते हुए कहा था "केपी यादव की चिंता आप लोग न करें, इनकी जिम्मेदारी आप लोग मुझ पर छोड़ दें."
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लोकसभा टिकट कटने के बाद केपी यादव झेल रहे वनवास
लोकसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद अभी तक पूर्व सांसद डॉ. केपी यादव एक प्रकार से वनवास झेल रहे हैं. बीच-बीच में केपी यादव ने अपना दर्द अप्रत्यक्ष रूप से जाहिर किया. ऐसे में लगा कि अमित शाह के आश्वासन के अनुसार केपी यादव को सम्मानजनक जिम्मेदारी दी जाएगी. इस दौरान दो बार ऐसा समय आया, जब केपी यादव के लिए राज्यसभा में एंट्री की संभावना बनी. केपी यादव ने भी इसके लिए जोर लगाया लेकिन यहां भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी. पूर्व सांसद डॉ. केपी यादव अभी भी बीजेपी के कार्यक्रमों में सक्रियता से भाग ले रहे हैं. उन्हें उम्मीद है कि पार्टी में उन्हें जरूर तवज्जो मिलेगी.