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छतरपुर बुलडोजर एक्शन पर नींद से जागी कांग्रेस, DGP से मिले दिग्गज, अब ये है आगे की प्लानिंग - Chhatarpur bulldozer action - CHHATARPUR BULLDOZER ACTION

मध्यप्रदेश के छतरपुर में हिंसा के मुख्य आरोपी की कोठी जमींदोज करने के मामले में विपक्षी दल कांग्रेस अब आक्रामक होता नजर आ रहा है. शनिवार को प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने पीएचक्यू पहुंचकर डीजीपी से मुलाकात कर विरोध दर्ज कराया. कांग्रेस नेताओं ने अफसरों पर बीजेपी के कार्यकर्ता की तरह काम करने का आरोप लगाया है.

Chhatarpur bulldozer action
डीजीपी से मुलाकात करते काग्रेस के नेता (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 24, 2024, 6:50 PM IST

भोपाल।मध्यप्रदेश में आरोप लगते ही संबंधित व्यक्ति के घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की जा रही है. ताजा मामला छतरपुर का है. जहां एक व्यक्ति पर भीड़ से हिंसा का आरोप लगते ही उसके घर पर बुलडोजर चला दिया गया. इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस मामले में सरकार को घेरते हुए, इसकी शिकायत मानव अधिकार आयोग में करने की चेतावनी दी है. साथ ही इस मामले को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी में हैं.

छतरपुर बुलडोजर एक्शन के विरोध में कांग्रेस (ETV BHARAT)

पीएचक्यू में डीजीपी से मिले कांग्रेस नेता

छतरपुर के सिटी कोतवाली में हुई पत्थरबाजी के मामले में हाजी शहजाद अली के मकान को बुलडोजर से गिरा दिया गया. इस मामले में शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, विधायक आरिफ मसूद और आतिफ अकील, पूर्व विधायक पीसी शर्मा, विभा पटेल व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मध्यप्रदेश के डीजीपी से मुलाकात की. साथ ही इस मामले को लेकर ज्ञापन भी सौंपा है. जीतू पटवारी ने छतरपुर मामले में विरोध जताते हुए कहा कि प्रदेश में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी सर्विस रूल बुक का पालन करना भूल चुके हैं. छतरपुर में जब यह घटना हुई, उस समय इंटेलीजेंस विभाग क्या कर रहा था.

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बीजेपी के एजेंडे पर चल रहे कर्मचारी-अधिकारी

जीतू पटवारी का कहना है "नियमानुसार अपराधी को पकड़ा जाना चाहिए. कानून के हिसाब से वो सजा दी जानी चाहिए, जो संवैधानिक रूप से सही हो. कांग्रेस पहले से ही इस बात का विरोध कर रही है. लेकिन शांति की बात बताकर दहशत फैलाना सरकार की अच्छी परंपरा नहीं है." जीतू पटवारी ने कहा "कर्मचारी-अधिकारी मध्यप्रदेश में दहशत बनाकर बीजेपी के एजेंडे पर काम करना चाहते हैं, वह अपनी आदत सुधारें तो ठीक अन्यथा कांग्रेस मानव अधिकार आयोग में जाएगी. सुप्रीम कोर्ट में जाएंगी. ये तो पुलिस की फेलियर है, जब घटना होनी थी, तब आपका एंटलीजेंस क्या कर रहा था, क्या कारण है जो आपको पता नहीं चला."

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