छतरपुर:बुंदेलखंड के छोटे से गांव बक्सवाहा क्षेत्र में रहने वाले तीन युवाओं ने कड़ी मेहनत और समर्पण से अपने क्षेत्र नाम रोशन किया है. इनकी उपलब्धी दूसरों के लिए प्रेरणा बन रही है. तीन युवाओं ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) 2022 में सफलता हासिल की है. इन तीन युवाओं ने यह साबित किया है कि कठिनाइयों के बावजूद अगर इरादा मजबूत हो, तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है.
MPPSC में सुरभि को तीसरी रैंक
दरअसल, बक्सवाहा की ग्राम पंचायत बम्हौरी की निवासी सुरभि जैन ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) 2022 में तीसरा रैंक प्राप्त कर डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुई है. सुरभि की सफलता उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है. उन्होंने कक्षा 12वीं में 94% अंक प्राप्त किए थे. इसके बाद इंजीनियरिंग में कंप्यूटर साइंस से ग्रेजुएशन किया.
सुरभि का मानना है अगर इरादा मजबूत हो और मेहनत साथ हो, तो किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है" उनके अनुसार, कठिनाइयों से डरने की बजाय उन्हें एक अवसर के रूप में देखना चाहिए, क्योंकि यही अवसर हमें आगे बढ़ने का रास्ता दिखाते हैं. वर्तमान में वे एमपीपीएससी में चयन के बाद भोपाल में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं. यह सफलता न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि बक्सवाहा क्षेत्र के लिए भी गर्व का विषय बन गई है.
सौरभ लोधी को मिली चौथी रैंक
बक्सवाहा जनपद क्षेत्र के छोटे से गांव बम्होरी के ही ग्राम पंचायत देवरी निवासी सौरभ सिंह लोधी ने एमपीपीएससी में सफलता हासिल की है. यह सौरभ का द्वितीय प्रयास था. पहले प्रयास में उन्हें केवल 13% अंक प्राप्त हुए थे, लेकिन उन्होंने हार मानने की बजाय अपनी रणनीति और मेहनत को और मजबूत किया. परिणामस्वरूप इस बार सफलता हासिल की और पीएससी में चौथी रैंक हासिल की. सौरभ को परिवहन विभाग मिला है. सौरभ का मानना है कि असफलता से निराश होने की बजाय उसे एक सीख के रूप में लेना चाहिए. उनका कहना है, "मेहनत और आत्मविश्वास से किसी भी मंजिल को हासिल किया जा सकता है.
शिक्षा विभाग में सहायक संचालक पद पर चयनित सौम्या
वहीं तीसरे युवा बक्सवाहा नगर के असाटी परिवार की बेटी सौम्या असाटी ने एमपीपीएससी में 16वीं रैंक प्राप्त की है. शिक्षा विभाग में सहायक संचालक के पद पर चयनित हो गई है. सौम्या पहले भी पटवारी के रूप में कार्यरत थी. अब इस नई उपलब्धि के साथ उन्होंने अपने परिवार और क्षेत्र को गर्व महसूस कराया है. सौम्या का मानना है कि बेटियां किसी मामले में बेटों से कम नहीं होती. उन्होंने यह साबित कर दिया है. सौम्या का कहना है, यह सफलता परिवार के संस्कारों और अपनी मेहनत का परिणाम है.
वहीं छतरपुर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने इन तीनों युवाओं को बधाई देकर शुभकामनाएं दी है. कलेक्टर ने कहा है "सफलता न केवल उनके परिवारों और दोस्तों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे वकस्वाहा क्षेत्र सहित जिले के लिए गौरव की बात है."