चंडीगढ़:चंडीगढ़ नगर निगम में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. इस बार मेयर की सीट महिला आरक्षण के लिए रखी गई है, जिसके लिए पहले से ही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की महिला पार्षद दौड़ में है. इसके अलावा भाजपा की महिला पार्षद भी अपनी जीत का दावा ठोक रही है. जैसे-जैसे मेयर चुनाव नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे सियासी गलियारों में आप और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर काफी चर्चा हो रही है. अगर सच में इनके बीच मतभेद है तो इसका फायदा बीजेपी को चुनाव में मिल सकता है.
गठबंधन के जरिए जीता जाएगा चुनाव: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की ओर से गठबंधन की बात कही जा रही है. हालांकि ये गठबंधन कितना मजबूत रहेगा? इसे लेकर दोनों पार्टियों के प्रदेश मुखिया ने गठबंधन की बात पर सहमति जताई है. इस बारे में चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष एच एस लकी ने बताया कि मेयर के द्वारा रखी गई नए साल की पार्टी में कांग्रेस के सभी पार्षद शामिल हुए थे. भले ही सभी पार्षद बीच में अपने काम के लिए निकल गए, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि गठबंधन कायम नहीं है. हर एक पार्टी में मतभेद होते हैं, लेकिन मेयर चुनाव गठबंधन के जरिए ही जीता जाएगा.
कांग्रेस और आप में नहीं है मतभेद: इस बारे में आप पार्टी के सह प्रभारी सनी अहलूवालिया ने कहा, "फिलहाल मैं दिल्ली के चुनाव में मशरूफ हूं, लेकिन बीते दिनों मीडिया की खबरों से मुझे पता चला है कि मेयर के द्वारा रखी गई, नए साल की पार्टी में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षद शामिल हुए थे, लेकिन कुछ पार्षद पार्टी में शामिल नहीं हो. ऐसा नहीं है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच में कोई बड़ा मतभेद है. आने वाले मेयर चुनाव सहमति से करवाए जाएंगे. चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की ओर से गठबंधन की बात कही जा रही है. इस बार का गठबंधन कितना मजबूत रहेगा, इसे लेकर दोनों पार्टियों के प्रदेश मुखियों के गठबंधन की बात पर सहमति जताई गई है.