पटनाःबिहार में कथित जंगलराज से मुक्ति के लिए सरकार अपराध नियंत्रण कानून 2024 लागू करने जा रही है. गुरुवार को विधानसभा में इसे पास कर दिया गया है. विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इसमें जिला अधिकारी. एसपी और इंस्पेक्टर लेवल तक के अधिकारियों को अतिरिक्त पावर दिया जाएगा. ईडी और सीबीआई की तरह काम करेंगे. इससे अपराधियों और माफियाओं पर नकेल कसा जा सकेगा.
नए कानून की जरूरत क्यों? विशेषज्ञ मान रहे हैं कि सरकार ने नया कानून तो लायी है लेकिन इसे लागू करने में चुनौती है. क्योंकि इसका दुरुपयोग भी हो सकता है. वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडे का कहना है की बिहार में 2005 से पहले अपराधियों का मनोबल काफी बढा हुआ था. नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद इसी कानून के सहारे स्थिति में बदलाव किया गया. 2005 से दो दशक हो गया. अपराध के नए-नए स्वरूप सामने आ रहे हैं.
अधिकारियों की बढ़ेगी शक्तिः बिहार में आए दिन शराब, भू माफिया, बालू माफिया जैसे संगठित अपराध हो रहे हैं. साइबर अपराध की घटना भी बढ़ी है. ग्रामीण इलाकों में भी निजी जमीन हो या सरकारी जमीन माफिया स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से कब्जा कर रहे हैं. खरीद फरोख्त हो रहा है. ऐसे में इस नए कानून में काफी संसोधन कर इसे लाया गया है. इसमें अधिकारियों की शक्ति को बढ़ाया गया है.
"1981 के कानून को निरस्त कर नया कानून 2024 लागू किया गया है. इसमें पुलिस प्रशासन को अधिक ताकत दी गई है. जिला बदर तक करने की शक्ति है. यह अधिकार उसी तरह है जिस प्रकार से ईडी को दिया गया था. यानि अब अधिकारी खुली तरह से काम कर सकेंगे. हालांकि इसे लागू करने में चुनौती भी आ सकती है."- अरुण पांडे, वरिष्ठ पत्रकार
अपराधियों और माफियाओं पर अंकुश लगेगा:बिहार में कुछ दिन पहले एनडीए की सरकार बनी है. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी लगातार अपराधियों और माफियाओं पर कार्रवाई की बात करते रहते हैं. ऐसे में क्या बिहार सरकार भाजपा के दबाव में कानून तो नहीं लायी है? इसपर अरुण पांडे का कहना है कि भाजपा सत्ता में आई है. इस कानून के भाव वही है कि अपराधियों और माफियाओं पर अंकुश लगेगा.
पारदर्शी रखना जरूरीः विशेषज्ञ का मानना है कि जिस एजेंसी को पावर दिया जा रहा है, उसकी कार्रवाई पारदर्शी हो यह देखना भी एक बड़ी चुनौती होगी. लोकसभा चुनाव से पहले सरकार ने यह कानून लाया है तो सरकार के लिए चुनौती है कि इसे सही ढंग से लागू करें. ऐसा ना हो कि पहले भी प्रशासन की मिली भगत से संगठित गिरोह अपराध करने वाले अपना काम कर रहे थे तो इससे अधिक और उगाही शुरू हो जाए.