अमेरिका की सड़कों को टक्कर देगी छत्तीसगढ़ की सड़कें, हमारी सरकार कर रही काम: डिप्टी सीएम अरुण साव - Arun Sao in Bastar Visit
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव शनिवार को बस्तर में पीडब्ल्यूडी की समीक्षा बैठक में शामिल हुए. इस दौरान अरुण साव ने जिले के सड़कों के विस्तार पर चर्चा की. साथ ही अमेरिका के तर्ज पर प्रदेश में सड़क निर्माण करने की बात कही.
बस्तर:छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव शनिवार को बस्तर दौरे पर थे. बस्तर पहुंचकर उपमुख्यमंत्री ने बस्तर में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक की. बैठक के बाद डिप्टी सीएम ने प्रेस वार्ता कर बस्तर क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों पर चर्चा की. यहां सड़क, पुल, भवन निर्माण की डिप्टी सीएम ने विस्तार से समीक्षा की. साथ ही जल्द रावघाट रेल लाइन का काम शुरू करने की बात कही.
सड़क निर्माण पर हुई चर्चा: मीडिया से बातचीत के दौरान डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि बस्तर की सड़कों, पुलों और भवनों के निर्माण पर विस्तृत समीक्षा की गई है. केंद्र और राज्य सरकार बस्तर में यातायात के साधनों को बेहतर बनाने पर गंभीरता से काम कर रही है. धमतरी से जगदलपुर तक फोर लेन सड़क और केशकाल की समस्या पर निरंतर विचार किया जा रहा है. इसके अलावा बाईपास सड़क के लिए केंद्र सरकार से बातचीत की गई है. 1500 करोड़ रुपये की आवश्यकता की जानकारी दी गई है.
बस्तर में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक (ETV Bharat)
सड़क संबंधी समस्या होगी खत्म:डिप्टी सीएम ने आश्वासन दिया कि जल्द ही बस्तर में सड़क से संबंधित समस्याएं हल हो जाएगी. इसके साथ ही जगदलपुर शहर से बीजापुर और भोपालपट्टनम तक सड़क में 10 मीटर चौड़ीकरण का DPR तैयार किया जा रहा है. साथ ही कोंडागांव से नारायणपुर तक और नारायणपुर से कस्तूरमेटा तक NH बनाने की कार्ययोजना जारी है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी सड़कों का निर्माण और अन्य विकास कार्य शुरू किए जा रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में बनेगी अमेरिका जैसी सड़कें (ETV Bharat)
रावघाट रेल लाइन का काम जल्द होगा शुरू:अरुण साव ने कहा कि सुकमा में विभिन्न मार्गों को मंजूरी मिलने की प्रक्रिया चल रही है. सुकमा के जगरगुंडा को तीनों ओर अरनपुर बैलाडीला, सिलगेर आवापल्ली और दोरनापाल मार्ग शामिल हैं. बीते दिनों अमेरिका में बने पुल, पुलिया और सड़क निर्माण की तकनीकों का अध्ययन किया गया है. अमेरिका के निर्माण कार्यो में अधिकतर लोहे और स्टील का इस्तेमाल किया जाता है. इस तकनीक को छत्तीसगढ़ में कहां-कहां लागू किया जा सकता है, इस पर भी विचार किया जा रहा है. इसके अलावा रावघाट रेल लाइन का काम भी जल्द ही शुरू किया जाएगा.