नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में स्नातक दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. चार दिन में 60,000 से ज्यादा बच्चों ने दाखिले के लिए पोर्टल पर पंजीकरण कराया है. अब छात्र अपने दाखिले से संबंधित दस्तावेज तैयार कराने में जुटे हुए हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि डीयू में दाखिले के लिए कौन से दस्तावेज मान्य होंगे.
इसके अलावा, छात्रों को पोर्टल पर आवंटित सीट को किस तरह से स्वीकार और अस्वीकार करना है. साथ ही अगर मनपसंद कोर्स में सीट आवंटित नहीं हुई है तो उनके पास दूसरी सूची तक इंतजार करने का क्या विकल्प है. सीट आवंटन प्राप्त करने के लिए और ड्रॉप आउट के कारण सीटें खाली होने की स्थिति से बचने के लिए, आवंटन के पहले दौर में सभी कॉलेज में सभी प्रोग्रामों के लिए अनारक्षित (यूआर), ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस श्रेणियों में 20 प्रतिशत और एससी, एसटी और पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 30 प्रतिशत अतिरिक्त सीट आवंटन किया जाएगा.
हालांकि, जिन कॉलेजों में पिछले साल निकासी स्वीकृत सीटों के 5 प्रतिशत से कम थी वहां यूआर, ओबीसी, एनसीएल, ईडब्ल्यूएस के लिए 10% और एससी, एसटी, पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 15% अतिरिक्त आवंटन किया जा सकता है. इसलिए इतनी बड़ी संख्या में आरक्षित श्रेणी में सीटों का आवंटन होने पर छात्रों को अपनी श्रेणी से संबंधित दस्तावेज भी दाखिले के समय जमा करने होंगे.
विश्वविद्यालय ने कुछ अन्य अतिरिक्त कोटा भी निर्धारित किए हैं. इनमें बेंचमार्क विकलांगता वाले व्यक्ति (पीडब्ल्यूबीडी), सशस्त्र बलों (सीडब्ल्यू) के कार्मिकों के बच्चे/विधवाएं), कश्मीरी प्रवासी (केएम), जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना (पीएमएसएसएस), सिक्किम के छात्रों के लिए सीटों का नामांकन और अनाथ छात्रों के लिए सीटें शामिल हैं.
दाखिले के लिए इन बातों का रखें ध्यान:
- आरक्षित श्रेणी के छात्रों के सभी सर्टिफिकेट 31 मार्च 2024 के बाद के होना चाहिए.
- ईसीए और स्पोट्स के सर्टिफिकेट पिछले तीन वर्ष के भी चलेंगे.
- स्पोर्ट्स सुपरन्यूमैरेरी कोटा के आधार पर प्रवेश पाने के इच्छुक उम्मीदवार अधिकतम तीन खेलों के लिए आवेदन कर सकते हैं.
- स्पोर्ट्स कोटे में दाखिले के लिए 01 मई 2021 से 30 अप्रैल 2024 के बीच जारी पिछले तीन वर्षों के अधिकतम तीन मेरिट/भागीदारी खेल प्रमाणपत्रों की स्व-सत्यापित प्रतियां अपलोड करनी होंगी.
- ईसीए/स्पोर्ट्स सुपरन्यूमैरेरी कोटा के लिए आवेदन करने पर प्रत्येक के लिए 100/ रुपये का अतिरिक्त शुल्क (गैर-वापसी योग्य) होगा.
- दूसरे चरण में दिल्ली विश्वविद्यालय उम्मीदवारों को प्राथमिकताएँ भरने के लिए पर्याप्त समय प्रदान करेगा.
- सबमिट करने से पहले, उम्मीदवार को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्राथमिकताओं का क्रम उसकी पसंद के अनुसार है या नहीं.
- वरीयता-भरने के चरण की समय सीमा के बाद कार्यक्रम+कॉलेज संयोजन वरीयता सूची को संपादित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
- उम्मीदवार अपनी प्राथमिकताओं के क्रम को नहीं बदल सकता है या कोई और कोर्स और कॉलेज को जोड़ या घटा नहीं सकता है.
- एक बार किसी विशेष दौर में सीट आवंटित हो जाने के बाद उम्मीदवार को दिए गए आवंटन दौर के लिए निर्दिष्ट अंतिम तिथि/समय से पहले आवंटित सीट को 'स्वीकार' करना होगा.
- किसी विशेष आवंटित सीट की स्वीकृति का प्रावधान केवल उस दौर के लिए मान्य होगा, जिसमें सीट उम्मीदवार को आवंटित की गई थी.
- अगर आवंटित सीट पर छात्र कोई कार्रवाई नहीं करता है तो आवंटित सीट की गैर-स्वीकृति के रूप में माना जाएगा.
बता दें, यदि किसी उम्मीदवार को किसी विशेष दौर में कई सीटों की पेशकश की जाती है, तो उसे स्वीकार करना होगा और केवल एक आवंटित सीट पर प्रवेश लेना होगा. एक बार जब उम्मीदवार अंतिम रूप से आवंटित सीट को स्वीकार कर लेता है, तो संबंधित कॉलेज उम्मीदवार द्वारा अपलोड किए गए दस्तावेजों की पात्रता और वैधता की जांच करेगा.
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