राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

तिजोरी से 24.74 लाख के गबन की जांच में जुटा विवि प्रशासन, कैशियर ने खुद लिखकर स्वीकारा गबन - Maharaja Surajmal Brij University - MAHARAJA SURAJMAL BRIJ UNIVERSITY

Embezzlement From Brij University, भरतपुर के बृज विश्वविद्यालय की तिजोरी से 24.74 लाख के गबन के मामले में विवि प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. इस मामले में आरोपी कैशियर ने लिखित में गबन करना स्वीकार किया है.

महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्याल
महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्याल (ETV Bharat Bharatpur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 24, 2024, 5:29 PM IST

भरतपुर :महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय की तिजोरी से 24.74 लाख रुपए पार होने के मामले में पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने के बाद अब विश्वविद्यालय ने अपने स्तर पर भी जांच शुरू कर दी है. वहीं, कैशियर बिजेंद्र सिंह ने भी तिजोरी से पैसे का गबन करना लिखित में स्वीकार कर लिया है. आशंका जताई जा रही है कि कैशियर ने यह पैसा दहेज हत्या के मामले में फंसे बेटे को बचाने के लिए लिया है.

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रमेश चंद्र ने बताया कि गबन के मामले की जांच विश्वविद्यालय स्तर पर शुरू कर दी गई है, जल्द ही इसकी रिपोर्ट भी सामने आ जाएगी. इस पूरे मामले में कैशियर के अलावा विश्वविद्यालय के अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की भी लापरवाही रही है. जांच में जिस किसी की लापरवाही पाई जाएगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें.विश्वविद्यालय के खजाने में सेंध! तिजोरी से 24.74 लाख रुपये गायब, अकाउंटेंट पर गबन का आरोप - MSBU Scam

उन्होंने बताया कि कैशियर बिजेंद्र के पास ही तिजोरी की सभी चाबियां थीं. यह घोर लापरवाही है कि तत्कालीन एफसी ने तिजोरी की चाबी एक सेवानिवृत कर्मचारियों को सौंप दी थी और बाद में जिम्मेदारों ने भी इसका ध्यान नहीं रखा. इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है. आरोपी ने लिखित में गबन करना स्वीकार कर लिया है. चर्चा है कि कैशियर बिजेंद्र सिंह का एक बेटा दहेज हत्या के मामले में जेल गया था, संभवतः जिसकी वजह से बिजेंद्र ने यह कदम उठाया.

यह है मामला :गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुल सचिव डॉ. अरुण कुमार पाण्डेय ने 23 जुलाई को कुम्हेर थाने में मामला दर्ज कराया था, जिसमें बताया कि विश्वविद्यालय की नकद शाखा में 12 जुलाई 2024 को भौतिक सत्यापन किया गया. कैशबुक में नकद बैलेंस 24,75,065 रुपए था, जबकि तिजोरी में सिर्फ 290 रुपए रखे हुए मिले. यानी तिजोरी से 24,74,775 रुपए गायब थे. रिपोर्ट में आरोप है कि इस राशि का गबन विश्वविद्यालय में 2 सितंबर 2022 से कैशियर के पद पर कार्यरत राजकीय सेवा से सेवानिवृत्त बिजेंद्र सिंह ने किया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details