सिरोही: शिवगंज में आपसी रंजिश के चलते रविवार की शाम को एक युवक की निर्मम हत्या के मामले में सोमवार को मृतक के परिजनों सहित दमामी समाज के लोगों ने अस्पताल में धरना देकर शव उठाने से इंकार कर दिया. समाज के लोगों की मांग थी कि सरकार मृतक के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपए और एक परिजन को सरकारी नौकरी प्रदान करे. अतिरिक्त जिला कलेक्टर दिनेश राय सापेला का कहना है कि मृतक के परिजनों और समाज के साथ वार्ता सफल हुई. परिजनों के मांग पत्र दिया है. परिजनों को नियमानुसार सरकारी सहायता दी जाएगी. मृतक के शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. कल अंतिम संस्कार होगा.
धरनास्थल पर दमामी समाज के लोग राज्यमंत्री ओटाराम देवासी को बुलाने की मांग पर भी अड़ गए, लेकिन राज्यमंत्री के धरनास्थल नहीं आने से समाज में काफी रोष देखा गया. दोपहर को एडीएम दिनेश राय सापेला व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पी डी धनिया भी शिवगंज पहुंच गए. देर शाम प्रतिनिधि मंडल के साथ हुई वार्ता के बाद सहमति बन गई. बाद में शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सुपुर्द किया. इस घटना को लेकर पुलिस ने मुख्य आरोपी को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया था. इसके अलावा दो अन्य आरोपियों को भी दस्तयाब किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
गौरतलब है कि शहर के खाड़िया वास निवासी शेखर पुत्र देवाराम कलावंत उम्र 19 वर्ष की भावेश पुत्र जोगाराम प्रजापत निवासी खाड़िया वास की किसी बात को लेकर आपसी रंजिश चल रही थी. रविवार की देर शाम शेखर कलावंत अपनी स्कूटी पर सवार होकर घर जा रहा था. इसी दौरान अंबिका चौक क्षेत्र में भावेश व उसके चार अन्य साथियों ने उसका रास्ता रोक उसके साथ लाठी सरियों से मारपीट की. जब वह लहूलुहान हो गया, तो वे उसका अपहरण कर ले गए. रास्ते में उसकी हालत अधिक खराब होने पर आरोपियों ने उसे देवली मार्ग पर सड़क पर फेंक दिया और फरार हो गए.