रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए अभी निर्वाचन आयोग ने तिथियों की घोषणा भले नहीं की है. लेकिन प्रदेश के राजनीतिक दल अपनी अपनी चुनावी बिसात सेट करने में लगे हैं. राज्य में सत्तारूढ़ इंडिया ब्लॉक और भाजपा की नेतृत्व वाली इंडिया के बीच मुख्य मुकाबला होने की उम्मीदों है. इन सबके बीच कई राजनीति दल थर्ड फ्रंट बनाने की योजना को बेहद गुप्त तरीके से अपनी रणनीतियों को अंतिम रुप देने में लगे हैं.
झारखंड में सीपीआई-सीपीएम जैसे दल भाजपा विरोधी होने की वजह से इंडिया ब्लॉक में रहकर चुनाव लड़ने को इच्छुक दिखते हैं. लेकिन उन्हें यह भी पता है कि इंडिया गठबंधन और खासकर झारखंड मुक्ति मोर्चा शायद ही उन्हें गठबंधन की इंडिया ब्लॉक में शामिल करें. लिहाजा अभी से ही ये दल राज्य के छोटे वैसे दलों के नेताओं से भी संपर्क करने लगे हैं जो अभी तक राज्य में न तो एनडीए का हिस्सा हैं और न ही इंडिया ब्लॉक में शामिल हैं. झारखंड सीपीआई के नेता अजय सिंह इस बात को स्वीकारने में परहेज भी नहीं करते.
इंडिया ब्लॉक को अपनी ताकत बढ़ाने की है जरूरत
झारखंड सीपीआई के नेता अजय सिंह कहते हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए के साथ 40 से अधिक दल हैं जबकि इंडिया ब्लॉक में उससे बहुत कम दल शामिल हैं. ऐसे में इंडिया ब्लॉक को मजबूत कर एनडीए को टक्कर देने लायक बनाने के लिए कुनबे को बढ़ाने की जरूरत है. हर राजनीतिक दल और उसके नेता की अभिलाषा चुनाव लड़ने की होती है, इसलिए तीसरा मोर्चा के विकल्प चुनावी राजनीति में हमेशा खुला रहता है.
भाजपा-झामुमो के द्विपक्षीय हम त्रिकोणीय बनाएंगे
सीपीआई के नेता अजय सिंह कहते हैं कि भाजपा को सत्ता के आने से रोकने के लिए, उसे हराने के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी झामुमो की है क्योंकि वह सबसे बड़ा दल है. अगर झामुमो-कांग्रेस पहल नहीं करती है तो सीपीआई समान सोच वाली पार्टियों के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा जरूर बनाएगी. अजय सिंह कहते हैं कि सीपीआई, सीपीएम, झारखंड नामधारी पार्टियों और यहां तक कि कुछ राष्ट्रीय स्तर की पार्टियों के साथ मिलकर तीसरे मोर्चे बनाने की भी तैयारी है.
कई दलों से मोर्चा बनाने पर चल रही है बात
सीपीआई के अजय सिंह कहते हैं कि जल्द ही कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें एक नए मोर्चे या गठजोड़ को अंतिम रूप देने पर चर्चा होगी. सीपीआई के नेता भले ही अभी इस गठजोड़ में शामिल होने वाले दलों के नाम का खुलासा नहीं करें. लेकिन ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि सीपीआई, सीपीएम, झारखंड पार्टी, ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, बसपा, आप और सूर्य सिंह बेसरा का संगठन इसमें शामिल हो सकता है.