बक्सर:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्टऔर बक्सर जिले की बहुप्रतीक्षित, बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना अब लोकार्पण के लिए तैयार है. प्रगति यात्रा के दौरान 15 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बक्सर आने वाले हैं.उसी दिन इस महत्वकांक्षी योजना का उद्घाटन होना है.
बक्सरवासियों के लिए खुशखबरी:202 करोड़ की लागत से बने इस बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत 20 पंचायतों के 51 गांवों में 36760 घरों में गंगाजल को शुद्ध कर पेयजल के रूप में पहुंचाना है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के 18 जिलों के भूजल में आर्सेनिक की मात्रा डब्ल्यूएचओ द्वारा निर्धारित 0.01 मिलीग्राम (10 माइक्रोग्राम) प्रति लीटर से ज्यादा है. यह खबर पिछले महीने सामने आयी थी.
कैंसर से लोगों को मिलेगी मुक्ति: जानकारी के अनुसार इस समस्या से प्रभावित जिलों में बक्सर, भोजपुर, भागलपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, खगड़िया, बेगूसराय, मुंगेर आदि प्रमुख हैं, जो कि गंगा नदी के तट पर स्थित हैं.इनमें बक्सर जिला सबसे ऊपर है. इस बाबत बात करते हुए बक्सर के जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने बताया कि जिले का यह दियारा क्षेत्र बुरी तरह आर्सेनिक से प्रभावित था. यहां के भूजल में आर्सेनिक की मात्रा होने के कारण यह क्षेत्र कैंसर जोन बन चुका था.
"मैं मानता हूं कि बक्सर और सिमरी प्रखंड के लिए खुशी की बात है. 36 हजार घरों में गंगा का शुद्ध जल पहुंच रहा है. आर्सेनिक युक्त पानी से लोग कैंसर से परेशान रहते थे, लेकिन अब लोगों को इससे राहत मिलेगी. उम्मीद है प्लांट सही तरीके से क्रियाशील रहेगा."-अंशुल अग्रवाल, डीएम बक्सर
आर्सेनिक युक्त पानी से दियारा के लोग थे परेशान:रिपोर्ट यह भी आई थी कि मां के दूध में आर्सेनिक की मात्रा आने लगी थी. जिससे नवजातों का जीवन भी प्रभावित होने लगा था. इसीलिए सरकार द्वारा इसे काफी संजीदगी से लिया गया और यह तय किया गया कि गंगाजल को शुद्ध कर इस क्षेत्र को लोगों को पेयजल के रूप में आपूर्ति की जाए.