बुरहानपुर:जिले के एक आदिवासी बाहुल्य गांव में जाने के लिए अभी तक पक्का रास्ता नहीं बना है. गांव में जाने के लिए 5 किलोमीटर तक का रास्ता कच्चा है. बारिश के मौसम में यह पूरी तरह से खराब हो जाता है. कीचड़ से भर जाता है. चलना मुश्किल हो जाता है. इस वजह से गांव के 100 से अधिक बच्चे पूरी बरसात स्कूल नहीं जा पाते. उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है. ग्रामीणों का कहना है, वो जनप्रतिनिधियों से कई बार इसे पक्का कराने की मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक किसी ने इसकी सुध नहीं ली है.
5 किलोमीटर तक का रास्ता है कच्चा
जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर आदिवासी बाहुल्य गांव घावटी में लोग रास्ता नहीं होने से परेशान हैं. इस गांव में अभी तक बिजली तक नहीं आई है और न तो शुद्ध पेयजल की व्यवस्था है. यहां स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी कोई प्रबंध नहीं है. बरसात के मौसम में रास्ता खराब होने की वजह से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते. स्कूल न जा पाने वाले बच्चों की संख्या करीब 100 है. पूरी बरसात स्कूल न जा पाने के कारण कई का स्कूल छूट जाता है तो कई सिलेबस पूरा नहीं हो पाने के कारण परीक्षा में फेल हो जाते हैं. बरसात के मौसम में ग्रामीणों का गांव से बाहर निकलना दूभर हो जाता है.
गांव में अभी तक नहीं आई है बिजली