बालोद में अवैध प्लॉटिंग पर चला बुलडोजर, गुरूर नगर पंचायत ने की कार्रवाई - ILLEGAL PLOTING IN BALOD
ILLEGAL PLOTING IN BALOD बालोद जिले में चल रहे अवैध प्लॉटिंग को लेकर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. गुरुर नगर के अवैध प्लॉटिंग क्षेत्र में गुरूर एसडीएम पूजा बंसल के निर्देश पर नगर पंचायत ने बुलडोजर कार्रवाई की है. इससे पहले बालोद जिला प्रशासन ने कथित जमीन दलाल केशव देवांगन को नोटिस जारी किया था, लेकिन उचित जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर बालोद जिला प्रशासन ने अवैध प्लाटिंग पर यह कार्रवाई की है.
बालोद :बालोद जिले में चल रहे अवैध प्लॉटिंग को लेकर प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है. पिछले दिनों गुरुर नगर में अवैध प्लॉटिंग की शिकायत पर बिल्डर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था. उचित जवाब नहीं मिलने से एसडीएम पूजा बंसल के निर्देश पर गुरूर नगर पंचायत ने अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर कार्रवाई की है.
गुरूर नगर पंचायत ने की कार्रवाई : कथित जमीन दलाल केशव देवांगन ने अपने पत्नी रूपाली देवांगन के नाम पर जमीन खरीदकर अवैध प्लॉटिंग करने के आरोप थे. साथ ही उसी जगह पर प्रतिबंधित वृक्षों की कटाई भी की गई थी. उक्त जमीन का खसरा नंबर 91/5 है, जहां 0.24 हेक्टेयर में प्रशासन ने कार्रवाई की है. इससे पहले गुरूर नगर पंचायत ने कथित जमीन दलाल केशव देवांगन को नोटिस जारी किया था, जिसमें केशव देवांगन ने अपना जवाब प्रस्तुत किया. लेकिन गुरूर नगर पंचायत ने उसके जवाब पर असहमति जताते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के लिए दूसरा नोटिस जारी किया. जिसके बाद बालोद जिला प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की है.
पहले किए गए प्लॉटिंग की भी जांच जारी : कथित जमीन कारोबारी पर आरोप हैं कि वह अपने परिजनों के नाम पर जमीन खरीद कर ऐसे अवैध प्लॉटिंग के कामों को अंजाम दे रहा है, जिसके खिलाफ पहली दफा कार्रवाई हुई है. इस पूरे केस कुछ अन्य लोगों के शामिल होने की बात सामने आ रही है, जिसे लेकर विभागीय जांच भी बैठ सकती है. फिलहाल प्रशासन अब केशव देवांगन और उनके सहयोगियों के किए जा रहे कामों के साथ पहले किए गए प्लॉटिंग की भी जांच कर रही है. अगर वही प्लाटिंग भी अवैध पाई गई तो बालोद जिला प्रशासन उस पर भी कार्रवाई कर सकती है.
ETV भारतने बालोद जिले में अवैध प्लाटिंग और प्रतिबंधित वृक्षों की कटाई के संदर्भ में खसरा नंबर सहित समाचार प्रकाशित किया था. जिसके बाद प्रशासन ने इसे संज्ञान में लिया और जांच पड़ताल शुरू की. सबसे पहले प्रतिबंधित पेड़ों की कटाई को लेकर संबंधित पटवारी को जांच के निर्देश दिए और रिपोर्ट भी बनाई गई. उसके बाद अवैध प्लाटिंग को लेकर प्रक्रिया शुरू की गई. जिस व्यक्ति के नाम पर यह जमीन है, उन्हें नोटिस भी जारी किया गया था. परंतु उन्होंने प्रशासन को पर ही गलत तरीके से नोटिस जारी करने का आरोप लगाया और उचित जवाब प्रस्तुत नहीं. जब जाकर प्रशासन ने यह कार्रवाई की है.