ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा नई दिल्ली/गाजियाबाद:माघ मास में कई महत्वपूर्ण हिंदू व्रत त्योहार पड़ते हैं. इस बार सात फरवरी को कृष्ण पक्ष की त्रियोदिशी तिथि पड़ रही है. इसी दिन प्रदोष व्रत रखा जाएगा. बुधवार को पड़ने वाली त्रियोदिशी तिथि को बुध प्रदोष व्रत कहा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है. साथ ही विभिन्न कार्यों में आ रही बाधा का भी नाश होता है. ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा ने बताया कि बुध प्रदोष का व्रत करना बेहद फलदाई होता है. साथ ही इस व्रत को करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का स्थाई वास होता है.
बुध प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त-
बुध प्रदोष तिथि आरंभ: बुधवार, 7 फरवरी, 2024 दोपहर 02:02 से शुरू होगा.
बुध प्रदोष तिथि समाप्त: गुरुवार, 8 फरवरी, 2024 सुबह 11:17 पर समाप्त होगा.
शुभ मुहूर्त: 7 फरवरी, 2024 को शाम 06:05 से रात 08:41 तक.
पूजन विधि:प्रदोष व्रत के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और साफ सुथरे वस्त्र धारण करें. इसके बाद व्रत का संकल्प ले और मंदिर में सफाई करें. इसके भगवान शिव का अभिषेक कर मां पार्वती की प्रतिमा को श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें और फूल-माला चढ़ाकर पंचमेवा, मिष्ठान आदि का भोग लगाएं. इसके बाद आरती कर परिवार के सदस्यों में प्रसाद वितरण करें. शाम को जरूर पूजा करें. प्रदोष व्रत में शाम की पूजा को विशेष फलदाई बताया गया है. ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच संबंध मधुर होते हैं. साथ ही वैवाहिक जीवन सदैव सुखमय बना रहता है.
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