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सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीन को बढ़ावा देगी सरकार, जानिए इस बार के बजट में क्या रहा खास?

Health Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में हेल्थ सेक्टर के लिए भी कई तरह की घोषणा की हैं. उन्होंने सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीनेशन, शिशु पोषण व टीकाकरण पर जोर दिया है. इस पर डॉक्टर की क्या राय है जानिए.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 1, 2024, 6:31 PM IST

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीन को बढ़ावा देगी सरकार

नई दिल्ली:वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2024-25 का बजट संसद में पेश किया है. बजट में उन्होंने हेल्थ सेक्टर के लिए भी कई तरह की घोषणा की है. इस बजट में सर्वाइकल कैंसर के टीकाकरण को बढ़ाने की घोषणा की गई है. इसके तहत 9-14 साल की लड़कियों का टीकाकरण करके कैंसर के खतरे को कम करने पर ध्यान दिया जाएगा. नवजात शिशुओं को कुपोषण से बचाने और टीकाकरण के लिए यू-विन प्लेटफॉर्म पर जोर दिया गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जाएंगी. जिससे इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सके.

सर्वाइकल कैंसर के टीकाकरण को लेकर मैक्स अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर रोहित कपूर का कहना है कि इन घोषणाओं को अमल में लाने से राजधानी दिल्ली सहित पूरे देश में कैंसर के टीकाकरण, शिशु टीकाकरण और शिशु पोषण के मामले में जागरुकता बढ़ने से मृत्यु दर में भी कमी आएगी. साथ ही सर्वाइकल कैंसर के बढ़ते मामलों पर भी काबू पाने में मदद मिलेगी.

डॉक्टर ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस की वजह से होता है. यह वायरस सैक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज है. इस बीमारी को टीकाकरण से आसानी से रोका जा सकता है. सर्वाइकल कैंसर रोकथाम के लिए दो प्रकार का टीकाकरण होता है. एक टीकाकरण क्वाट्रिब्लेंट वैक्सीन से और दूसरा वायब्लेंट वैक्सीन से होता है.

क्वाट्रिब्लेंट वैक्सीन चार प्रकार के वायरस से सुरक्षा करती और वायब्लेंट वैक्सीन दो प्रकार के वायरस से सुरक्षा करती है. डॉ. रोहित ने आगे बताया कि भारत में सभी तरह के कैंसर में सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर के मामले सामने आते हैं. लेकिन, लोगों के बीच टीकाकरण के बारे में जागरुकता की कमी है. इसलिए सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम बड़े स्तर पर नहीं हो पा रही है. अब सरकार बजट में की गई घोषणा के अनुसार इस पर काम करेगी तो लोग जरूर जागरूक होंगे. डॉ रोहित ने बताया कि शिशु पोषण और टीकाकरण पर ध्यान देने से शिशु मृत्यु दर में और कमी लाने में मदद मिलेगी. इसके अलावा सरकार ने मौजूदा मेडिकल कालेज के अलावा और भी मेडिकल कालेज खोलने की बात कही है.

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