लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर केंद्र सरकार से जेपीसी गठित करने की मांग की है. उनका कहना है कि जब अडानी ग्रुप और सेबी की तरफ से सफाई दे दी गई, उसके बावजूद चर्चाओं का दौर जारी है तो सरकार को तत्काल कदम उठाते हुए इस मामले की जांच शुरू कर देनी चाहिए. इससे सब कुछ सामने आ जाएगा.
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक्स पर लिखा है कि पहले अडानी ग्रुप व अब सेबी चीफ सम्बंधी हिण्डनबर्ग की रिपोर्ट फिर से चर्चाओं में है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर इस हद तक जारी है कि इसे देशहित को प्रभावित करने वाला बताया जा रहा है.
अडानी व सेबी की तरफ से सफाई देने के बावजूद मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा, बल्कि उबाल पर है. उनका कहना है कि वैसे यह मुद्दा अब सत्ता व विपक्ष के वाद-विवाद से परे केन्द्र की अपनी साख व विश्वसनीयता को भी प्रभावित कर रहा है, जबकि केन्द्र सरकार को अब तक इसकी उच्च-स्तरीय यानी जेपीसी या जुडिशियल जांच जरूर बैठा देनी चाहिये थी तो यह बेहतर होता.
बता दें कि हिंडनबर्ग ने अडानी और सेबी चीफ के संबंधों को अपनी रिपोर्ट में उजागर किया था. इसके बाद देश में इसे लेकर चर्चा शुरू हो गई थी. सोमवार सुबह शेयर मार्केट पर भी इसका असर देखने को मिला, लेकिन अडानी ग्रुप के साथ ही सेबी की तरफ से इस पूरे मामले पर अपनी सफाई पेश की गई, जिसके बाद सेंसेक्स फिर से ऊपर चढ़ा और आम दिनों की ही तरह शेयर मार्केट में उछाल देखने को मिला. इस बार इस रिपोर्ट का असर निवेशकों पर नहीं पड़ा.
ये भी पढ़ेंःBSP को बचाने के लिए मायावती का 'दलित जाप'; आरक्षण मुद्दे पर सभी पार्टियों को दे रहीं चुनौती