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BSF जवानों की मानसिक परेशानियां कम करने के लिए बना 'मनोरक्षक' एप - MANORAKSHAK APP

BSF जवाने के लिए 'मनोरक्षक' एप बनाया गया है. इसमें वो चिकित्सकों से परामर्श ले सकते हैं. साथ ही इसके कई फायदे हैं.

BSF जवानों के लिए मनोरक्षक एप
BSF जवानों के लिए मनोरक्षक एप (Manorakshak App for BSf)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 7, 2024, 1:22 PM IST

जोधपुर :बीएसएफ हाईटेक हो रही है. हथियारों और फेसिंग में तो बड़े स्तर पर काम चल रहा है, लेकिन अब मौजूदा व पूर्व जवानों के लिए भी बीएसएफ तकनीक का सहारा ले रही है. इनमें खास तौर से कार्यरत जवानों को मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या या अपने ही साथियों पर हमला करने की घटनाओं को रोकने के लिए एम्स के साथ मिलकर 'मनोरक्षक' एप बनाया है. इस एप को लॉन्च किए सात माह हो गए हैं, जिसके मार्फत जवान टेली मेडिसिन व्यवस्था से चिकित्सक के साथ अपॉइंटमेंट बुक कर परामर्श ले सकते हैं. इतना ही नहीं इस एप में एक इंटेक फार्म की सहमति ली जाती है. इसमें अगर कार्मिक अपने साथी कार्मिकों पर हमला करता है तो उसकी जानकारी सीधे अधिकारियों को दी जाती है, जिससे अप्रिय घटना से बचा जा सके.

बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने बताया कि 'मनोरक्षक' एप के साथ ही 'प्रहरी' एप अक्टूबर में लॉन्च किया है, जिसमें जवान अधिकारी अपनी सर्विस से जुड़ी जानका​री वेतन कटौती जान सकते हैं. इसके लिए भूतपर्व कार्मिकों के लिए भी एक एप लॉन्च किया गया है. 'मनोरक्षक एप' सभी जवानों के फोन में अपलोड किया गया है. ड्यूटी के दौरान तनाव से बचने के लिए एम्स के डॉक्टर जवानों के साथ वार्ता करते हैं, जिससे उनका तनाव कम करने में मदद मिलती है.

पढ़ें.जोधपुर में फुल ड्रेस रिहर्सल, बीएसएफ के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामलि होंगे गृह मंत्री अमित शाह

एप पर ही प्रिस्कप्शन दी जाती है, जिसका विवरण भी सुरक्षित रखा जाता है. बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी बीएसएफ के स्थापना दिवस के तहत होने वाली परेड समारोह के लिए जोधपुर आए हुए हैं. रविवार को होने वाली परेड में गृहमंत्री अमित शाह भाग लेंगे. सेना के अतिरिक्त बीएसएफ सहित देश के अन्य सुरक्षा बलों में बीते पांच साल में 672 जवानों ने आत्महत्याएं की हैं, इनमें दस महिलाएं भी शामिल हैं.

पूर्वी सीमा पर तस्करी, पश्चिमी में ड्रोन गिराए :बीएसएफ सीमा पर सुरक्षा के अलावा छत्तीसगढ़ और ओडिशा जैसे इलाकों में नक्सलवाद से निपटने में भी बीएसएफ भूमिका निभा रही है. पश्चिमी सीमा की तुलना में पूर्वी सीमा पर मादक पदार्थ, कीमती धातुओं और जाली नोटों की तस्करी अधिक है. पश्चिमी सीमा पर अब तक 432 किलोग्राम मादक पदार्थ 77 प्रकार के हथियार और 300 उपद्रवियों को पकड़ा गया है. 3,323 किलोमीटर लंबी भारत-पाकिस्तान सीमा पर इस साल 30 नवंबर तक पश्चिमी सीमा पर 257 ड्रोन को मार गिराए हैं. वहीं, बांग्लादेश से लगती पूर्वी सीमा पर 11866 किलोग्राम मादक पदार्थ, 32 लाख रुपए की जाली मुद्रा, 172 किलो सोना 178 किलो चांदी और 4168 उपद्रवी पकड़े गए हैं.

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