जोधपुर :पुणे में सड़क दुर्घटना ने घायल हुई मारवाड़ की चेष्टा बिश्नोई ने मौत के बाद भी कई लोगों को नई जिंदगी दे दी. मूलतः पोकरण के खेतोलाई और वर्तमान में जोधपुर रहने वाली 21 वर्षीय चेष्टा बिश्नोई महाराष्ट्र में रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी में कमर्शियल पायलट बनने की ट्रेनिंग कर रही थीं, लेकिन 9 दिसंबर को एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई. डॉक्टर्स ने उन्हें 17 दिसंबर को ब्रेन डेड घोषित कर दिया. चेष्टा के माता-पिता सहित परिवार ने बड़ा निर्णय लेते हुए कई अंग दान किए और 5 लोगों को नई जिंदगी दी. बुधवार को उनके पैतृक गांव ने अंतिम संस्कार किया गया.
हेरिटेज ओनर्स सोसायटी के अध्यक्ष अशोक संचेती ने बताया कि चेष्टा के पिता ज्योति प्रकाश किसान होने के साथ पोकरण में गैस की एजेंसी भी चलाते हैं. चेष्टा जोधपुर उम्मेद हेरिटेज रहती थी और राजमाता कृष्णा कुमारी स्कूल से उसने पढ़ाई की थी. वह पायलट बनना चाहती थी और अपने पहले स्ट्राइप्स पहनने की तैयारी में थी. चेष्टा ने उड़ान के लिए जरूरी 200 घंटों में से 55 घंटे पूरे कर लिए थे. मौत की खबर के बाद घर में शोक की लहर छा गई.